ganga saptami 2025 shubh muhurat

Ganga Saptami 2025 Date: कब है गंगा सप्तमी? जानें पूजा से लेकर स्नान तक का शुभ मुहूर्त और महत्व

गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा की पूजा का विधान है और साथ ही, इस दिन गंगा स्नान का भी खासा महत्व है। ऐसे में आइये जानते हैं कि इस साल कब पड़ रही है गंगा सप्तमी, क्या है इस दिन पूजा, दान और गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त एवं महत्व। 
Editorial
Updated:- 2025-04-30, 23:00 IST

वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा मैय्या का प्रागट्य हुआ था। इस दिन मां गंगा पवित नदी के रूप में स्वर्ग में स्थापित हुई थीं। इसी कारण से इस दिन गंगा सप्तमी मनाई जाती है। गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा की पूजा का विधान है और साथ ही, इस दिन गंगा स्नान का भी खासा महत्व है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल कब पड़ रही है गंगा सप्तमी, क्या है इस दिन पूजा, दान और गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त एवं महत्व।

गंगा सप्तमी 2025 कब है?

ganga saptami 2025 ganga snan muhurat

वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि का आरंभ 3 मई, शनिवार के दिन सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन 4 मई, रविवार के दिन सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर होगा। ऐसे में गंगा सप्तमी की पूजा 3 मई को की जाएगी।

यह भी पढ़ें: Ladkiyon ke Naam inspired from Maa Ganga: मां गंगा के नाम से सजोएं बेटी की जिंदगी, पावन-सरल और सुंदर हो सकता है आपकी लाडली का भाग्य

गंगा सप्तमी 2025 शुभ मुहूर्त

गंगा सप्तमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 13 मिनट से सुबह 4 बजकर 56 मिनट तक है। इस मुहूर्त में दान करना बहुत शुभ रहेगा। वहीं, इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनुत तक है।

गंगा सप्तमी के अभिजीत मुहूर्त में गंगा पूजन करना लाभकारी सिद्ध होगा। इसके अलावा, विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 31 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त किया गया काम सफलता लेकर आता है।

kab hai ganga saptami 2025

वहीं, गंगा सप्तमी के दिन अमृत काल सुबह 10 बजकर 13 मिनट से सुबह 11 बजकर 47 मिनट तक रहेगा और त्रिपुष्कर योग का निर्माण सुबह 7 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। ये दोनों मुहूर्त भी बहुत शुभ हैं।

गंगा सप्तमी के दिन गंगा स्नान का शुभ समय सुबह 10 बजकर 58 मिनट से शुरू होगा जो दोपहर 1 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। यानी कि गंगा स्नान के लिए कुल अवधि है लगभग ढाई घंटा। इस मुहूर्त में गंगा स्नान करते हुए मां के मंत्रों का जाप करें।

यह भी पढ़ें: देवी गंगा किसकी पुत्री और पत्नी थीं?

गंगा सप्तमी 2025 महत्व

ganga saptami kab hai 2025

गंगा सप्तमी के दिन जहां एक तरफ मां गंगा की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है तो वहीं, दूसरी तरफ इस दिन गंगा स्नान करने से शरीर और मन शुद्ध होते हैं और सभी तरह के पाप धुल जाते हैं। गंगा सप्तमी के दिन गंगा स्नान से आयु बढ़ती है।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image credit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

FAQ
गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा के किस मंत्र का जाप करें?
गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा के 'गंगां वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतं। त्रिपुरारिशिरश्चारि पापहारि पुनातु मां।।' मंत्र का जाप करें।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;