Chaitra Purnima 2025: चैत्र पूर्णिमा के दिन इस विधि से करें श्रीयंत्र की पूजा, जानें सही नियम और महत्व

हिंदू धर्म में चैत्र पूर्णिमा का व्रत माता लक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन श्रीयंत्र की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। आइए इस लेख में विस्तार से श्रीयंत्र की पूजा विधि, नियम और महत्व के बारे में विस्तार से जानते हैं। 
chaitra purnima 2025 shree yantra puja vidhi niyam and significance

सनातन धर्म में चैत्र पूर्णिमा को चैती पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू नववर्ष की पहली पूर्णिमा है। पूर्णिमा तिथि के दिन मां लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि अगर आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है तो चैत्र पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा से लाभ हो सकता है। साथ ही अगर किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर है तो इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने और पूजा करने से भाग्योदय हो सकता है। अब ऐसे में चैत्र पूर्णिमा के दिन श्रीयंत्र की पूजा करने का विधान है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से श्रीयंत्र की पूजा विधि, नियम और महत्व के बारे में जानते हैं।

चैत्र पूर्णिमा के दिन श्रीयंत्र की पूजा किस विधि से करें?

shri-yantra-worship-rules

चैत्र पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा विधि-विधान से की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन इनकी पूजा करने से व्यक्ति को उत्तम परिणाम मिल सकते हैं। यहां विस्तार से पूजा विधि के बारे में जानें।

  • सुबह ब्रह्म मुहूर्त में जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
  • पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल छिड़कें।
  • एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर श्रीयंत्र स्थापित करें।
  • श्रीयंत्र को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और चीनी का मिश्रण) से स्नान कराएं और फिर गंगाजल से साफ करें।
  • श्रीयंत्र पर तिलक लगाएं और अक्षत चढ़ाएं।
  • दीपक और धूप जलाएं।
  • मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर पास में रखें।
  • सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें।
  • फिर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का ध्यान करें और उन्हें फूल, फल और मिठाई अर्पित करें।
  • श्रीयंत्र के सामने बैठकर श्री सूक्त का पाठ करें। आप लक्ष्मी मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं।
  • आखिर में श्रीयंत्र की आरती करें।

चैत्र पूर्णिमा के दिन श्रीयंत्र की पूजा करने के नियम

  • श्रीयंत्र की पूजा-अर्चना करने के दौरान माता लक्ष्मी की पूजा विधिवत रूप से करें।
  • श्रीयंत्र की पूजा करने के दौरान मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
  • श्रीयंत्र की पूजा करने से बाद कुबेर देवता की भी जरूर करें। इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल सकता है।
  • श्रीयंत्र की पूजा कभी भी प्रदोष काल में किया जा सकता है।

इसे जरूर पढ़ें - Purnima Tithi 2025: साल 2025 में कब-कब पड़ेंगी पूर्णिमा तिथियां, यहां जानें शुभ मुहूर्त

चैत्र पूर्णिमा के दिन श्रीयंत्र की पूजा का महत्व

71c6HJBPgTL._AC_UF894,1000_QL80_

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के दिन श्रीयंत्र की पूजा करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल सकता है और व्यक्ति को भौतिक सुखों की भी प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा अगर आपके जीवन में बार-बार समस्याएं आ रही है तो चैत्र पूर्णिमा के दिन श्रीयंत्र की पूजा करने से शुभ परिणाम मिल सकते हैं।

इसे जरूर पढ़ें - क्या आप जानते हैं माता लक्ष्मी की उत्पत्ति की कहानी

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- HerZindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP