बिना गुरु दीक्षा लिए नहीं करना चाहिए इन 5 मंत्रों का जाप, पड़ सकता है उल्टा प्रभाव

मंत्र जाप करने से देवी-देवता को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाया जा सकता है। हालांकि मंत्र जाप से जुड़े कई नियम शास्त्रों में वर्णित है जिनका पालन आवश्यक है। इसी कड़ी में कुछ मंत्र ऐसे होते हैं जिनका जाप बिना गुरु दीक्षा के नहीं करना चाहिए।    
avoid chanting these mantras without guru
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हिन्दू धर्म में मंत्र जाप का बहुत महत्व माना जाता है। मंत्र जाप करने से देवी-देवता को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाया जा सकता है। साथ ही, किसी भी पूजा-पाठ को औरभी अधिक पवित्र एवं प्रभावकारी बनाने में मंत्र ही सहायक होते हैं। हालांकि मंत्र जाप से जुड़े कई नियम शास्त्रों में वर्णित है जिनका पालन आवश्यक है। इसी कड़ी में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि कुछ मंत्र ऐसे होते हैं जिनका जाप अगर बिना गुरु दीक्षा के किया जाए तो इससे उल्टा प्रभाव देखने को मिलता है और नकारात्मकता बढ़ती है।

कौन से मंत्र बिना गुरु दीक्षा के नहीं जपने चाहिए?

गायत्री मंत्र को वेदों का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। इसका जाप करने से व्यक्ति में आध्यात्मिक ऊर्जा और तेज बढ़ता है, लेकिन अगर इसका जाप बिना गुरु दीक्षा लिए किया जाए तो इससे नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। जीवन में शांति के बजाय अशांति का प्रवेश हो सकता है।

bina guru diksha ke kaun se mantra ka jap na kare

महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और इसे जीवन बचाने वाला और मृत्यु को टालने वाला माना जाता है। इस मंत्र का जाप बहुत ही सावधानी से करना चाहिए। बिना गुरु दीक्षा के इस मंत्र का जाप करने से गलत ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और बढ़ सकती हैं।

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बीज मंत्र यानी कि हर वो मंत्र जिसके आगे 'ॐ', 'ह्रीं', 'क्लीं', 'ऐं', और 'श्रीं' लगता है, उनका जाप भी बिना गुरु दीक्षा लिए नहीं करना चाहिए। अन्यथा इससे मंत्र दोष लगता है और ग्रहों की स्थिति जीवन में परेशानियों को बढ़ा सकती है। इससे ग्रह अशांत होते हैं और अशुभ परिणाम प्रदान करते हैं।

दशाक्षर मंत्र भगवान विष्णु के दशावतारों से जुड़ा है। यह बहुत ही दुर्लभ और शक्तिशाली मंत्र है। इस मंत्र का जाप सही तरीके से और सही उच्चारण के साथ करना बहुत जरूरी है। बिना गुरु दीक्षा के या फिर बिना गुरु द्वारा बताये गए तरीके के इन मंत्रों का जाप करना अहित को बुलावा दे सकता है।

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भगवान श्री कृष्ण, राधा रानी, भगवान शिव, माता पार्वती, मां लक्ष्मी, भगवन विष्णु, हनुमान जी, ग्रहों आदि से जुड़े किसी भी प्रकार के मंत्र का जाप करने के लिए ज्योतिष कह देते हैं या लोग अपने मन से करना शुरू कर देते हैं, लेकिन बिना गुरु की सहायता के इससे आपको लाभ नहीं मिलेगा।

bina guru diksha ke kaun se mantra nahi padhne chahiye

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FAQ

  • क्या बिस्तर पर बैठकर मंत्र का जाप कर सकते हैं? 

    नहीं, बिस्तर पर बैठकर मंत्र का जाप करना वर्जित माना गया है। 
  • मंत्र जाप और नाम जाप में क्या अंतर है? 

    मंत्र जाप में आप मंत्रों का च्चारण करते हैं और इसके नियम होते हैं, लेकिन नाम जाप में आप किसी भी देवी-देवता का नाम जाप कर सकते हैं और इसके कोई नियम नहीं है।