''मैंने पी नहीं है,
मैं शराबी मैं शराबी,
चार बोतल वो़दका,
और रातभर जाम से जाम टकराएगा।''
जैसे शराब और शराबियों पर बने कुछ बॉलीवुड songs इतने मजे़दार हैं कि सुनकर आपके कदम बहकने और थिरकने पर मजबूर हो जाते हैं। लेकिन alcohol को लेकर बचपन से बड़े होने तक एक ही बात हमें बार-बार सुनने को मिलती है कि 'शराब बुरी चीज है, इसे न पियें'। हालांकि ये बात सच है कि ज्यादा alcohol कई health problem का कारण बनती हैं। लेकिन कुछ सालों में हुए अलग-अलग रिसर्च से यह बात सामने आई है कि limited quantity में alcohol लेने से आप कई health problems से बचे रह सकते हैं। जी हां limited quantity में alcohol पीना हेल्थ के लिए अच्छा होता है।
घबराइए नहीं, इस स्लाइड शो से हम alcohol का प्रचार नहीं कर रहे और न ही alcohol पीने को कह रहे हैं। बल्कि हम alcohol के health benefits के बारे में बता रहें हैं। और यहां पर alcohol से हमारा मतलब अच्छी quality की शराब यानी वोदका, वाइन और बियर से है। जी हां alcohol सांसों की बदबू को कंट्रोल करने, पोर्स को टाइट करने से लेकर हार्ट डिजीज के खतरे को कम करने में आपकी हेल्प करते हैं। डॉक्टर सिमरन कहती हैं कि वोदका से लेकर वाइन तक विभिन्न प्रकार के alcoholic drinks के कई health benefits हैं।
कई रिसर्च के अनुसार वो़दका, रेड वाइन की तुलना में स्ट्रेस लेवल को अच्छे तरीके से कम करता है। सांसों से आने वाले बदबू दूर करने में वोदका बहुत मददगार होता है। इसके लिए 1 कप वोदका और 9 चम्मच दालचीनी पाउडर को मिक्स कर लें। फिर इसमें गुनगुना पानी मिलाकर अपने मुंह में डालकर कुल्ला करें। लेकिन ध्यान रहें कि इसे आपको निगलना नहीं है।
डॉक्टर सिमरन कहती हैं कि लंबी आयु जीने में भी रेड वाइन हेल्प करती है। एरिजोना और हॉर्वर्ड यूनिवसिर्टी के शोधकर्ताओं ने मधुमक्खियों को रेड वाइन में मौजूद रेजवेराट्रॉल नामक तत्व का सेवन कराया और चौंकाने वाली बात ये थी कि इससे मधुमक्खियों की उम्र बढ़ गई। रेड वाइन पीने वाले लोगों में death rate अन्य लोगों की तुलना में 34 प्रतिशत कम होता है। रेड वाइन में procyanidins होता हैं जो आपको हार्ट डिजीज से बचा सकते हैं। इसके अलावा रेड वाइन पीसीओएस के कारण होने वाले hormonal imbalance को ठीक करता है।
Read more: खाने से जुड़े इन 12 मिथ पर कहीं आप भी तो नहीं करती हैं भरोसा
रेड वाइन की तरह व्हाइट वाइन भी हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है। बफेलो स्कूल ऑफ मेडिसिन और बायोमेडिकल साइंसेज की यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, 'अगर आप व्हाइट वाइन को limited quantity में लेती हैं तो यह हार्ट हेल्थ में सुधार करती है। इसमें मौजूद फास्फोरस, फ्लोराइड, और पोटेशियम न केवल आपकी स्किन के लिए अच्छा है बल्कि आपके एनर्जी लेवल को भी बूस्ट करता है।
Read more: जब सेब का मिले साथ तो सेहत होगी बेमिसाल
माना जाता है कि limited quantity में टकीला पीना एचडीएल (High-density lipoprotein) लेवल बढ़ाने में हेल्प करता है, जिससे हार्ट डिजीज की संभावना कम होती है। एक गिलास पानी के साथ tequila का एक shot डाइजे़शन में हेल्प करता है। लेकिन ऐसा केवल माना जाता है... तो मानने के ऊपर विश्वास करने के बजाय एक बार डॉक्टर से परामर्श लें और फिर उसके बाद यूज़ करें।
कई रिसर्च के अनुसार व्हिस्की में मौजूद एलागिक एसिड का हाई लेवल कैंसर के खतरे को कम करने में help करता है। यह एक प्रकार का एंटी-ऑक्सीडेंट है जो कैंसर सेल्स नष्ट करने में हेल्प करता है। रेड वाइन के साथ व्हिस्की पीने से कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है क्योंकि यह बॉडी के एंटीऑक्सीडेंट के लेवल को बढ़ा देता है। लेकिन limited quantity में एक हफ्ते में एक बार ही पीनी चाहिए।
नोट- जरूरी नहीं कि ये रिसर्च इंडिया के हेल्दी इन्वायरमेंट में फिट बैठे। इसलिए इसे यूज़ करने से पहले एक डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
ब्रांडी में 40 से 45 प्रतिशत अल्कोहल वॉल्यूम होते हैं। यह नर्वस रिएक्शंस को धीमा कर, अच्छी नींद देते हैं। ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न में मोनाश यूनिवर्सिटी के डॉक्टर गॉर्डन के अनुसार, ब्रांडी में एंटी-ऑक्सीडेंट का हाई लेवल फ्री रेडिकल्स से बॉडी को होने वाले नुकसान से बचाता है। ब्रांडी के एक शॉट में 90 मिलीग्राम विटामिन सी से ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं।
Flat beer आपके बालों को सॉफ्ट और bouncy बनाने में हेल्प करती है। इसलिए शैम्पू के बाद कंडीशनर की बजाय इसका इस्तेमाल करें। इसके अलावा बीयर में फि़नॉल नामक नेचुरल एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है। फेनोल्स आपके दिल की रोगों से लड़ने में रक्षा करता है और हाइपरटेंशन नहीं होने देता है।
Read more: अब गर्मियों में स्किन और बाल नहीं होंगे ड्राई अगर करेंगी बियर का इस्तेमाल
2013 में, इंग्लैंड के रीडिंग यूनिवर्सिटी के डॉक्टर जेरेमी स्पेन्सर की रिसर्च के अनुसार शैम्पेन आपकी मेमोरी को better बनाने में हेल्प करता है। शैम्पेन बनाने में मददगार दो तरह के grapes, Pinot noir and Pinot meunier, मेमोरी sharp करते हैं। इसके अलावा शैम्पेन में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स और टैटरिक एसिड और एंटी-बैक्टीरियल गुण स्किन को ग्लोइंग बनाते हैं। लेकिन इंडिया के कई डॉक्टर इस रिसर्च से सहमत नहीं है क्योंकि इंडिया का टेम्परेचर और हेल्थ इन्वायरमेंट इस रिसर्च के साथ मेल नहीं खाता। तो इस तरीके से अगर आप शैम्पेन यूज़ करती हैं तो एक बार डॉक्टर से संपर्क कर लें।