छींक रोकने से क्या नुकसान होते हैं?


Pragati Pandey
11-02-2025, 10:53 IST
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    सर्दी, जुकाम और खांसी होना आम समस्या है। इन बीमारियों में छींक आना आम बात है। कुछ लोगों को छींक बहुत ज्यादा आने लगती है, इस वजह से वह उसे रोकने का प्रयास करते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि छींक रोकने से क्या नुकसान होते हैं। इस बारे में हमें Dr. Adarsh Dubey ( United Medicity Multispeciality Hospital & Medical College Prayagraj, UP.) ने जानकारी शेयर की है।

छींक रोकने के नुकसान

    छींक रोकने से आपके शरीर के कुछ अंगों में दबाव बढ़ सकता है। इन अंगों में नाक और सिर शामिल हैं। अगर आप छींक रोकते हैं, तो इससे आपको माइग्रेन, सिर दर्द और नाक में दर्द हो सकता है।

छींक रोकने से नुकासन

    छींक रोकने की वजह से नाक में होने वाले दबाव का असर कान की नलिकाओं में भी होता है। ऐसे में आपको कान में दर्द और संक्रमण हो सकता है,जिस वजह से आपकी समस्या और बढ़ सकती है।

छींक रोकने से गले में सूजन

    अगर आप बार-बार छींक रोकने का प्रयास करते हैं, तो इससे आपके गले में भी सूजन हो सकता है। दरअसल, छींक रोकने से गले में दबाव पड़ता है, जिस वजह से सूजन, दर्द और खराश की समस्या हो सकती है।

छींक रोकने से  Blood vessels पर दबाव

    अगर आप छींक रोकने का प्रयास करते हैं, तो इसे Blood vessels पर भी दबाव पड़ता है, जिससे आपके आंखों में दबाव पड़ सकता है। इस वजह से आंखों में खून भी जम सकता है।

छींक रोकने से श्वासनलिका पर असर

    छींक रोकने से श्वासनलिकाओं में दिक्कत हो सकती है। दरअसल, अगर आप छींक रोकते हैं, तो इसका दबाव श्वास नली पर पड़ता है, जिससे उसकी कोशिकाएं फट सकती हैं।

छींक रोकने से मानसिक तनाव

    अगर आप बार-बार छींक रोकने का प्रयास करते हैं, तो आपके दिमाग पर जोर पड़ता है। सिर के अंदर जोर पड़ने की वजह से मानसिक तनाव के साथ सिर में दर्द हो सकता है।

    छींक रोकना सेहत के लिए हानिकारक है। खबर पसंद आई हो, तो शेयर करें। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए herzindagi.com से जुड़े रहें।

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