पुराने समय से ही भारतीय किचन में पीतल, कांसे व चांदी से बने हुए बर्तनों का इस्तेमाल होता आ रहा है, लेकिन आजकल ज्यादातर घरों में स्टील, प्लास्टिक और फाइबर ने उसकी जगह ले ली। कोई खास चीजों को लेकर ही कांसे व पीतल के बर्तन उपयोग में लाए जाते हैं। इन धातुओं के बर्तनों के खास फायदे होते हैं। आइए आज हम जानेंगे पीतल के गिलास में पानी पीने से क्या होता है-
इम्यूनिटी मजबूत करे
पीतल के गिलास में पानी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है, जिससे वायरल बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
पाचन सुधारे
पीतल के गिलास में पानी पीने से पाचन में सुधार होता है। इससे खाना आसानी से पचता है। कब्ज, एसिडिटी से राहत मिलती है।
खनिज के स्रोत
पीतल के बर्तनों में तांबा और जस्ता जैसे खनिज होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं। इससे शरीर को लौह तत्व भी मिलते हैं।
बॉडी डिटॉक्स करे
पीतल के गिलास में पानी पीने से शरीर में मौजूद विषाक्त बाहर निकल जाते हैं। इससे बॉडी डिटॉक्स हो जाती है।
कफ दोष से राहत
पीतल के बर्तनों में पानी रखकर पीने से शरीर के कफ दोष से मुक्ति मिलती है और सांस संबंधित समस्याएं भी दूर होती हैं।
एस्ट्रो के अनुसार
एस्ट्रोलॉजी के अनुसार, पीतल के गिलास में पानी पीने से गुरु ग्रह मजबूत होता है। इससे आपके बल में वृद्धि होती है।
सलाह जरूरी
पीतल के बर्तन या गिलास में पानी को बहुत देर तक न रखें। इससे पीतल की मात्रा पानी में घुल जाती है, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। अगर आपको स्वास्थ्य संबंधित कोई समस्या है, तो पीतल के गिलास में पानी पीने से पहले डॉक्टर की राय लें।
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