‘पीरियड्स’ एक ऐसा शब्द जिसे लोग अपनी जुबां तक लाने में भी कतराते हैं। ऐसे में एक फिल्म आई ‘पैड मैन’ जिसके बाद लोग इस बारे में खुलकर बात करने लगे हैं। लेकिन, अब भी ऐसे कई लोग और कई जगहें हैं जहाँ पीरियड्स के बारे में बात तक नहीं की जाती। महिलाएं खुद इस बारे में बात करने के लिए मना कर देती हैं। लेकिन, हमने बात की कुछ अभिनेत्रियों से जिन्होंने पीरियड्स को सिर्फ एक टैबू बताया है। इन अभिनेत्रियों ने यह भी कहा कि पीरियड्स को लेकर चर्चाएं होनी चाहिए मगर इसके चलते आप महिलाओं को किसी भी क्षेत्र में कम नहीं आंक सकते। कॉर्पोरेट सेक्टर्स में आपने पीरियड लीव्स के बारे में तो सुना ही होगा। जो नहीं जानते उन्हें बता दें कि कई ऑफिसेज़ में पीरियड्स लीव्स को लागू किया जा रहा है जिसमें महिलाएं पीरियड्स के दौरान अपने काम से कुछ दिनों की छुट्टी ले सकती हैं। वैसे, तो यह इनिशिएटिव काफी इम्प्रेस्सिव लग रहा है मगर, हमारी बॉलीवुड अभिनेत्रियों का कहना है कि लड़कियां इतनी भी कमज़ोर नहीं है, पीरियड लीव्स की ज़रुरत उनको है जो सच में गहरे दर्द से गुज़रती हैं। पीरियड लीव्स की वजह से आप अपने आपको कम मत समझिये। कुछ अभिनेत्रियों ने हमारे बातचीत के दौरान महंगे पैड्स के बारे में भी अपनी राय दी है।
सनी ने पीरियड में लड़कियों को छुट्टी मिले या न, इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा कि अगर वह हर महीने ऐसे ही छुट्टियाँ लेंगी तो साल भर में 60 दिन चले जायेंगे। चूंकि हफ्ते में पांच दिन का मतलब साल में 60 दिन होते हैं और कोई भी फ़िल्मी प्रोजेक्ट या कोई भी ऑडियो विजुअल प्रोजेक्ट एक व्यक्ति पर तो निर्भर करता नहीं है। इसलिए वह इस तरह सभी के काम में बाधा नहीं पहुंचा सकती हैं। सनी ने यह भी कहा कि अब यह अमेरिका में कोई बड़ी डील जैसी बात नहीं है और न ही यह टैबू है, यह काफी नेचुरल बात है। सनी यह भी मानती हैं कि हम जिस तरह के बिज़नेस में हैं, हम इतनी छुट्टियाँ नहीं ले सकते। हाँ, जिन्हें तकलीफ है अगर वह छुट्टी लेना चाहें तो वह छुट्टी ले सकती हैं। सनी ने यह भी कहा कि मैं ईमानदारी से कहूँगी कि मैं इंडिया के रूरल एरिया के बारे में अधिक नहीं जानती हूं। जबकि यूरोप और अमेरिका में इसके बारे में अधिक बातचीत करते लोग नहीं दिखते हैं, इसे लेकर अधिक बहस भी नहीं होती है। वे लोग अधिक मुसीबत होने पर पिल्स लेती हैं और नार्मल दिनों की तरह ही सामन्य रूप से चलती है। सनी का मानना है कि आपकी हेल्थ अगर पीरियड में भी काम करने के काबिल है, तो इसमें काम करने में कोई भी परेशानी नहीं होनी चाहिए।
रायमा एन भी महिलाओं को स्ट्रांग बताते हुए कहा, “पीरियड लीव्स बहुत ही Silly चीज़ है, जिसकी ज़रुरत आज की स्ट्रांग लड़कियों को नहीं है। पीरियड्स की तकलीफों पर बात करना अच्छी बात है और यह होना भी चाहिए मगर इसे इतना बड़ा बना कर पीरियड लीव्स तक ले जाना काफी Silly है। हाँ, ऐसी महिलाएं भी हैं जो इस दौरान काफी दर्द से गुज़रती हैं और उन्हें छुट्टी लेने का पूरा अधिकार है मगर उसे अलग से ‘पीरियड लीव्स’ का नाम न दें।“
कृति ने कहा, “हम हर चीज़ के बारे में आज खुल कर बात कर सकते हैं, प्रोटेक्टिव सेक्स के बारे में बात हो सकती है तो पीरियड्स के बारे में क्यूँ नहीं? बाल अच्छे हों इसलिए हम शैम्पू के बारे में बात करते हैं, अच्छे साबुन के बारे में बात करते हैं तो पैड्स को प्रमोट करने में क्या दिक्कत है?” कृति ने पैड्स के महंगे दाम होने की बात पर भी अपनी राय दी और कहा कि मैं अकेले तो कुछ कर नहीं सकती मगर, हाँ अगर मेरा बस चलता तो मैं इसे फ्री में प्रोवाइड करती। कृति ने यह भी कहा कि अगर आप महंगे पैड्स को सस्ता नहीं कर सकते तो कुछ सस्ते पैड्स तो मार्केट में ला ही सकते हैं, जैसा ‘पैड मैन’ ने किया।
तापसी ने भी एनी अभिनेत्रियों की तरह पीरियड लीव्स पर बात की और कहा कि हाँ, पीरियड लीव्स ज़रूरी तो हैं पर मुझे नहीं लगता कि हर वर्किंग वूमेन को इसकी ज़रुरत है। “तापसी ने कहा कि उन्हें लगता है कि लड़कियों को धीरे-धीरे इस दर्द की आदत हो जाती है। तापसी ने कहा, "देखिये मुझे इतना दर्द नहीं होता और अगर कभी कभी होता है तो मैं दवाइयां ले लेती हूं। मगर, कुछ लड़कियों के लिए यह असहनीय होता है तो, अगर उन्हें छुट्टी चाहिए तो उन्हें मिल जानी चाइये। यह समझने वाली बात है कि इतने दर्द में कोई काम कैसे करेगा।“
कल्कि कभी भी अपनी राय को सामने रखने से नहीं कतरातीं। पीरियड्स और पीरियड लीव्स के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं अपने पीरियड्स के दौरान भी काम कर सकती हूँ। पर, फिर उन्हें मर्दों के लिए भी कुछ लीव्स रखनी चाहिए। बुरे दिन तो उनके भी होते हैं। मुझे लगता है ये ‘पीरियड लीव्स’ का फैसला कम्पनी और उसमें काम करने वाली महिलाओं पर छोड़ देना चाहिए। मुझे पीरियड लीव्स की ज़रूरत नहीं मगर हाँ, कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें इस दौरान दवाइयाँ और एक्स्ट्रा केयर की ज़रूरत होती है, तो उनके लिए ये बहुत अच्छी चीज़ है।“
इन सभी के अलावा नेहा धूपिया ने भी हमसे इस बारे में बात की और यही कहा कि हम इन सब बारे में बात ही क्यूँ कर रहे हैं। यह एक नेचुरल चीज़ है और इस बारे में नेचुरली बात होनी चाहिए। “सच कहूँ, तो आज की लड़कियां बड़ी स्ट्रांग हैं और उन्हें इस तरह की लीव्स की कोई ज़रुरत नहीं है,” नेहा ने कहा।
टेलीविज़न एक्ट्रेस स्मृति कालरा ने कहा कि उन्हें पीरियड्स के दौरान काम करने में कोई तकलीफ नहीं है, साथ ही उन्होंने एक सवाल भी किया कि लोग इसे पीरियड लीव्स क्यूँ कह रहे हैं? “किसी को भी कुछ भी तकलीफ हो उसे तुरंत छुट्टी मिलनी चाहिए, अब वो लड़का हो या लड़की। पीरियड लीव्स बेतुकी बात है,” स्मृति ने कहा।