हिंदू पौराणिक मान्यता के अनुसार हर युग में अलग-अलग कर्मों को महत्व दिया गया। जैसे- सतयुग में तप, त्रेता में ज्ञान, द्वापर में यज्ञ और कलयुग में दान को प्रमुख बताया गया है। हम इस वक्त कलयुग में है और कई ऐसे तीज-त्योहार आते हैं जिनमें हम दान कर्म करके पुण्य कमाने का प्रयास करते हैं। मकर संक्रांति का पर्व दान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। मगर क्या आपको पता है कि दान कई प्रकार के होते हैं। आज हम ग्लोबल फाउंडेशन ऑफ एस्ट्रोलॉजिकल साइंस, दिल्ली के सीईओ एवं ज्योतिषाचार्य प्रो. (डॉ.) अनिल मित्रा से जानेंगे कि किस तरह के दान को क्या कहा जाता है।
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1सात्विक दान

जो दान किसी पवित्र स्थान, जैसे- मंदिर, आश्रम या फिर नदी किनारे उत्तम समय में ऐसे व्यक्ति को दिया जाता है जिसने दाता पर किसी प्रकार का उपकार न किया हो वह सात्विक दान है।
2राजस दान

अपने ऊपर किए हुए किसी प्रकार के उपकार के बदले में अथवा किसी फल की आकांक्षा से अथवा विवशतावश जो दान दिया जाता है, वह राजस दान कहा जाता है।
3तामस दान

किसी अपवित्र स्थान एवं अनुचित समय में बिना सत्कार के, अवज्ञतार्पूक एवं अयोग्य व्यक्ति को जो दान दिया जाता है वह तामस दान कहा गया है।
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4गुप्त दान

12 तरह के दान में इस दान को 'महादान' किया गया है। गुप्त दान के नाम से ही आप समझ सकते हैं कि ऐसा दान जो बिना किसी चर्चा स्वार्थ और छल कपट के दिया गया हो।
5खिचड़ी का दान

मकर संक्रांति को प्रमुख तौर पर खिचड़ी का पर्व माना जाता है । इस दिन आपको चावल और उड़द दाल का दान किसी गरीब या घर पर काम करने वालों को देना चाहिए। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
6तिल का दान

कर संक्रांति को शास्त्रों में तिल संक्रांति भी कहा गया है और इस दिन तिल के दान का खास महत्व माना गया है।
7ऊनी कपड़े का दान

मकर संक्रांति के अवसर पर गरीब, जरूरतमंद या फिर किसी आश्रम में ऊनी कपड़े, कंबल का दान करना भी बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करके आप राहु के अशुभ प्रभाव से बच सकते हैं।
8गुड़ का दान

ज्योतिष शास्त्र में गुड़ को देव गुरु बृहस्पति का प्रिय बताया गया है। ऐसा करने से शनि, गुरु और सूर्य के दोष दूर होते हैं।
9देशी घी का दान

ज्योतिष शास्त्र में घी को सूर्य और गुरु से जोड़ा जाता है। मकर संक्रांति पर शुद्ध घी का दान करने से आपको करियर में लाभ और भौतिक सुविधाएं प्राप्त होती हैं।
10नमक का दान

मकर संक्रांति के दिन नमक का दान भी विशेष माना जाता है। इससे बुरा वक्त टल जाता है।
11लकड़ी की वस्तुओं का दान

वैदिक शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति पर लकड़ी की वस्तुओं के दान से शनि दोष को दूर किया जा सकता है।
12प्रकाश का दान

मकर संक्रांति पर प्रकाश के दान का विशेष महत्व है। इस दिन आप किसी पवित्र नदी में दीपदान कर सकते हैं। प्रकाश सूर्य प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए प्रकाश दान से सूर्य दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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