what will happen if we not perform puja for ancestors

अगर न करें पितरों का श्राद्ध और तर्पण तो क्या वो करने लगते हैं परेशान?

कई बार लोगों के मन में सवाल आता है कि अगर किसी कारण से हम पितरों की पूजा नहीं करते हैं या उनका श्राद्ध एवं तर्पण नहीं करते हैं तो क्या इससे नाराज होकर वे हमें परेशान करने लगते हैं। 
Editorial
Updated:- 2025-09-18, 13:44 IST

ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष में पितरों का श्राद्ध और तर्पण करना एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य माना गया है। यह हमारे पूर्वजों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का एक तरीका है। यह माना जाता है कि जब हम इस कर्म को करते हैं तो उनकी आत्मा को शांति मिलती है और वे संतुष्ट होते हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी लोगों के मन में सवाल आता है कि अगर किसी कारण से हम पितरों की पूजा नहीं करते हैं या उनका श्राद्ध एवं तर्पण नहीं करते हैं तो क्या इससे नाराज होकर वे हमें परेशान करने लगते हैं। आइये जानते हैं इस बारे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।

पितरों की पूजा न करें तो क्या वे हमें परेशान करते हैं?

अगर पितरों का श्राद्ध और तर्पण न किया जाए तो ज्योतिषीय और धार्मिक दोनों दृष्टियों से इसके कई नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितरों की आत्माएं प्यासी और भूखी रह जाती हैं जिससे वे असंतुष्ट हो जाती हैं।

pitro ka tarpan na karne se kya hota hai

उनकी यह असंतुष्टि पितृ दोष के रूप में प्रकट होती है। ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में यह दोष कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि विवाह में देरी, संतान प्राप्ति में बाधा, धन की हानि, व्यापार में नुकसान और परिवार में लगातार कलह।

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यह माना जाता है कि जब पितृ असंतुष्ट होते हैं तो वे अपने वंशजों को विभिन्न प्रकार से परेशान करने लगते हैं। ये परेशानियां कभी प्रत्यक्ष रूप में नजर आने लगती हैं तो कभी अप्रत्यक्ष तौर पर दिखाई नहीं देती, लेकिन जल्दी-जल्दी महसूस होने लग जाती हैं।

pitro ka shradh na karne se kya hota hai

कई बार यह परेशानी प्रत्यक्ष रूप से दिखाई नहीं देती, बल्कि जीवन में बाधाओं और परेशानियों के रूप में सामने आती है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि आपके पितृ आपको जानबूझकर परेशान करें, बल्कि यह उनकी असंतुष्टि का परिणाम हो सकता है।

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इसलिए, पितरों को शांत और संतुष्ट रखने के लिए श्राद्ध और तर्पण जैसे कर्म बहुत आवश्यक माने जाते हैं। इन्हें करने से न केवल पितरों की आत्मा को शांति मिलती है बल्कि वंशजों के जीवन से भी कई तरह की बाधाएं दूर होती हैं और सुख-शांति बनी रहती है।

pitro ki puja na karne se kya hota hai

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image credit: herzindagi 

FAQ
पितरों को भोजन कौन पहुंचाता है?
पितरों को भोजन मुख्य रूप से ब्राह्मणों, कौओं, कुत्तों और गाय के माध्यम से पहुंचता है।
बंधे हुए पितरों को कैसे खोलें?
बंधे हुए पितरों को खोलने के लिए पितृपक्ष में उनका तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करें।
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