Shastro Ki Baat: कोई बार-बार आपका अपमान करे तो क्या करना चाहिए? जानें शास्त्रों में कही ये बात

अगर कोई बार-बार आपकी इंसल्ट कर रहा है तो शास्त्रों में ऐसी सिचुएशन से निपटने के लिए एक असरदार तरीका बताया गया है। हालांकि यह तरीका आसान नहीं है, लेकिन अगर आप इसे फॉलो करते हैं तो आपको लाभ दिखने लगेगा।
what should you do if someone insults you again and again
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आप में से बहुत से लोगों ने ऐसी परिस्थिति को झेला होगा जब कोई व्यक्ति बार-बार आपका अपमान कर रहा हो या आपको नीचा दिखाने की कोशिश कर रहा हो। सामान्य तौर पर तो ऐसी परिस्थिति में किसी भी व्यक्ति के सब्र का बांध टूट जाता है और वह पलट कर जवाब दे देता है, लेकिन शास्त्रों में ऐसी सिचुएशन से निपटने के लिए एक असरदार तरीका बताया गया है। हालांकि यह तरीका आसान बिलकुल नहीं है, लेकिन अगर आप इसे फॉलो कर लेते हैं तो आपको इसका रिजल्ट मन मुताबिक मिल सकता है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि बार-बार अपमानित होने पर क्या करना चाहिए।

कोई बार-बार इंसल्ट करे तो क्या करना चाहिए?

शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि अगर कोई बार-बार आपकी इंसल्ट कर रहा है तो ऐसे में आपको चुपचाप उस अपमान को सह लेना है। हां, ये करना कठिन है बहुत लेकिन यकीन मानिए अगर आप ऐसा कर लेते हैं तो इससे आपको ही फायदा होगा।

koi baar baar insult kare to kya karna chahiye

हमारे शास्त्र कहते हैं जब कोई व्यक्ति किसी के द्वारा किया गया बुरा आचरण सहन कर भगवान का नाम लेने लगता है, तब स्वयं प्रकृति उस व्यक्ति को परेशान करने वाले शख्स को सबक सिखाती है और जो गलत उसने किया है उसे वही लौटाती है।

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जब भी कोई आपका अपमान करे, आपको अपशब्द बोले, आपके विरुद्ध षड़यंत्र रचे तो ऐसे में आपको कुछ नहीं करना है बस शांत रहते हुए आप जिन भी देवी-देवता को मानते हैं उन्हें पूरे हृदय से याद करना है और उनसे उस व्यक्ति की शिकायत करनी है।

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आप खुद अनुभव करेंगे कि आपके इष्ट देवी या देवता आपकी सहायता के लिए किसी न किसी रूप में आए हैं और आपको परेशान करने वाले व्यक्ति को उसके किए गए अपराधों का फल दे रहे हैं। हां, मगर ये तभी संभव है जब आप अपमान के बदले मौन रहें।

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शास्त्रों में कहा गया है कि जब-जब कोई अपमान करता है किसी का और उस समय अपमानित होने वाला व्यक्ति मौन रहकर भगवान के नाम का जाप करता है तो अपमानित होने वाले व्यक्ति के पाप कटते चले जाते हैं और अपमान करने वाले के पुण्य घटते हैं।

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FAQ

  • शास्त्रों के अनुसार, किस परिस्थिति में मौन रहना चाहिए?

    शास्त्रों के अनुसार, जब आपको बहुत क्रोध आ रहा हो तब मौन रहना चाहिए।
  • किन लोगों के पैर छूने के लिए शास्त्रों में है मनाही?

    शमशान घाट से लौटते हुए व्यक्ति, लेटे हुए व्यक्ति, पूजा-पाठ में बैठे हुए व्यक्ति आदि के पैर नहीं छूने चाहिए।