why we do not eat food in bhandara

Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि के दौरान माता रानी के भंडारे में क्यों नहीं करना चाहिए भोजन?

15 अक्टूबर, दिन रविवार से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होगा। इस दौरान माता रानी की घर में विधिवत स्थापना की जाती है, माता रानी के 9 रूपों की पूजा होती है, कन्या पूजन भी किया जाता है।  
Editorial
Updated:- 2023-10-10, 04:00 IST

Mata Ka Bhandara: हिन्दू धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व माना जाता है। साल में कुल चार नवरात्रि मनाई जाती हैं जिसमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं तो वहीं, दो चैत्र और शारदीय नवरात्रि होती हैं। गुप्त नवरात्रि तांत्रिक मनाते हैं तो वहीं, चैत्र और शारदीय नवरात्रि गृहस्थियों द्वारा मनाई जाती है।

वहीं, अब शारदीय नवरात्रि आने ही वाली है। 15 अक्टूबर, दिन रविवार से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होगा। इस दौरान माता रानी की घर में विधिवत स्थापना की जाती है, माता रानी के 9 रूपों की पूजा होती है, कन्या पूजन भी किया जाता है और हवन आदि का भी बहुत महत्व शास्त्रों में वर्णित है।

वहीं, नवरात्रि के दौरान अक्सर यह देखा जाता है कि कई भक्त माता के लिए जगराता भी करते हैं और जगराते के बाद भंडारा भी रखा जाता है। हालांकि ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स का कहना है कि हमें माता के भंडारे में नहीं खाना चाहिए। ऐसे में आइये जानते हैं क्या है इसका कारण। 

  • घर में जब भी कोई शुभ काम होता है तो लोग अक्सर उस शुभ काम के बाद भंडारा आयोजित करते हैं। ठीक ऐसे ही मंदिर या गुरुद्वारे में भी भंडारे का आयोजन किया जाता है। वहीं, नवरात्रि के दौरान भी भंडारा किया जाता है। धर्म-शास्त्रों में भंडारे को बहुत जरूरी माना गया है।

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  • शास्त्रों में कहा गया है कि भंडारे के बिना शुभ काम के लिए की गई पूजा (पूजा-पाठ के नियम) कभी सफल नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे उन लोगों को भोजन मिलता है जो प्रतिदिन अन्न की व्यवस्था नहीं कर पाते हैं। भोजन खिलाकर व्यक्ति को पुण्य और भोजन करने वाले का आशीर्वाद मिलता है।

bhandare mein kyu nahi khana chahiye

  • साथ ही, भंडारा कराने से घर में सकारात्मकता का वास स्थापित होता है। सुख, शांति, समृद्धि (सुख-समृद्धि के उपाय), संपन्नता आदि घर में आती है। ऐसे में अगर कोई सक्षम व्यक्ति भंडारे में भोजन करता है और उस कारण से उन लोगों को भोजन नहीं मिल पाता है जिन्हें जरूरत है तो यह अनुचित है।  

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  • शास्त्रों में यह बताया गया है कि भंडारे में खाना खाना गलत नहीं है लेकिन पहले मौका हमेशा उन्हें देना चाहिए जिनके पास भोजन आदि की कमी हो या जिसे खाने की बहुत आवश्यकता हो, फिर उसके बाद ही भंडारे में भोजन करना चाहिए। तभी भगवान की कृपा मिलती है। 

 

अगर आप भी यही सोच रहे हैं कि माता रानी के भंडारे में खाना खाना तो उनके प्रसाद को खाने जैसा है फिर क्यों भंडारे में नहीं खाना चाहिए तो इस लेख में दी गई जानकरी के माध्यमस से आप भी इसके पीछे का महत्व और कारण समझें। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। 

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