सावन पुत्रदा एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा कैसे करें, जानें नियम

हिंदू धर्म में सावन महीने में पड़ने वाली एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। अब ऐसे में इस दिन लड्डू गोपाल की पूजा विशेष रूप से करने का विधान है। आइए इस लेख में लड्डू गोपाल की पूजा विधि और नियम के बारे में विस्तार से जानते हैं। 
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सावन पुत्रदा एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है और यह संतान प्राप्ति की कामना करने वाले दंपत्तियों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन भगवान विष्णु के बाल स्वरूप, लड्डू गोपाल की पूजा का भी विशेष विधान है। माना जाता है कि इस दिन विधि-विधान से लड्डू गोपाल की पूजा करने से न केवल संतान सुख प्राप्त होता है, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और शांति भी बनी रहती है। अब ऐसे में इस दिन किस विधि से लड्डू गोपाल की पूजा करने से लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

सावन पुत्रदा एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा किस विधि से करें?

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  • एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें। हाथ में जल लेकर संतान प्राप्ति या परिवार की सुख-समृद्धि के लिए पूजा का संकल्प लें।
  • एक साफ चौकी पर लड्डू गोपाल को स्थापित करें। उन्हें पंचामृत दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल का मिश्रण से स्नान कराएं। स्नान के बाद शुद्ध जल से स्नान कराकर साफ वस्त्र पहनाएं।
  • लड्डू गोपाल का सुंदर श्रृंगार करें। उन्हें मोरपंख, मुकुट, बांसुरी और आकर्षक वस्त्र पहनाएं। आप उन्हें माला और अन्य आभूषणों से भी सजा सकते हैं।
  • लड्डू गोपाल को उनकी प्रिय वस्तुएं जैसे माखन-मिश्री, फल, और विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाएं। तुलसी का पत्ता भोग में अवश्य रखें, क्योंकि यह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। भोग लगाने के बाद घी का दीपक जलाकर लड्डू गोपाल की आरती करें। आरती के दौरान "ओम नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप कर सकते हैं।
  • पूजा के दौरान गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यदि यह संभव न हो, तो विष्णु सहस्त्रनाम या 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें। अंत में, हाथ जोड़कर लड्डू गोपाल से अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
  • एकादशी का व्रत निराहार या फलाहार रहकर किया जा सकता है। अगले दिन यानी द्वादशी को शुभ मुहूर्त में व्रत का पारण करें।
  • आखिर में आप लड्डू गोपाल की आरती करें।

सावन पुत्रदा एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा करने के नियम

  • सावन पुत्रदा एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा में तुलसी दल का उपयोग जरूर करें।
  • इस दिन लड्डू गोपाल को माखन और मिश्री का भोग लगाएं।
  • इस दिन किसी भी तरह की तामसिक चीजें न लें।
  • लड्डू गोपाल की आरती करने के बाद तुलसी माता की आरती जरूर करना चाहिए।

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सावन पुत्रदा एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा करने का महत्व

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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई दांपत्ति संतान की इच्छा रखता है तो इस दिन विशेष रूप से लड्डू गोपाल की पूजा करें। इससे संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है और व्यक्ति के जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो सकती है।

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Image Credit- HerZindagi

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