रामचरितमानस प्रश्नावली में छिपा है आपकी सभी समस्याओं का हल, जानें इस्तेमाल का तरीका

आपकी कई समस्याओं का हल रामचरितमानस ग्रन्थ और इसकी चौपाइयों में छिपा होता है। अगर आप भी परेशानियों से बाहर निकलना चाहते हैं तो यहां जानें कैसे आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

Benefits of ramcharit manas prashnavali

कई बार हमारे मन में ऐसे सवाल होते हैं जिनका जवाब जान पाना मुश्किल हो जाता है। मन कई बार उलझनों में घिरा रहता है और समस्याएं पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं लेती हैं। ऐसे में हम कई तरह के उपाय आजमाते हैं।

अक्सर देखा जाता है कि ज्योतिष में हमारी कई समस्याओं का हल होता है और इसके कुछ नियमों का पालन करने से समृद्धि बनी रहती है। इन्हीं उपायों में से एक है रामचरितमानस प्रश्नावली से अपनी किसी भी समस्या का समाधान निकालना।

दरअसल यह एक ऐसी प्रश्नावली होती है जिससे हम जो भी प्रश्न करते हैं उसका उत्तर हमें चौपाई के माध्यम से मिलता है। इसका इस्तेमाल मैंने भी बचपन से अपने घर में बड़े बुजुर्गों को करते हुए देखा है और वास्तव में हमें अपने प्रश्नों का जवाब भी मिलता आया है।

इस प्रश्नावली के बारे में विस्तार से जानने और इसके इस्तेमाल के सही तरीके की जानकारी लेने के लिए हमने ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से बात की। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में विस्तार से।

रामचरितमानस प्रश्नावली से प्रश्न कैसे पूछें?

how to ask question in prashnavali

इस प्रश्नावली से प्रश्न पूछने और पूछे गए प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए आपको कुछ आसान चरण आजमाने होंगे -

चरण 1 शांत मन से अपनी आंखें बंद करें और कुछ पल के लिए श्री राम का ध्यान करें। अपना प्रश्न मन में लाएं

चरण 2 "जय श्री राम" कहें और हाथ में एक पतली सुई या लकड़ी लेकर आंखें बंद किए हुए प्रश्नावली चार्ट पर कहीं भी सुई को रखें।

चरण 3 आंखें खोलें और जिस स्थान या अक्षर पर आपकी सुई रखी है उससे आगे बढ़ते हुए चौपाई बनने तक अक्षरों को जोड़कर शब्दों का निर्माण करें और पूरी चौपाई पढ़ें।

वास्तव में प्राप्त चौपाई हीआपके सवाल का सही जवाब है और आपके काम भविष्य में सफल होंगे या नहीं इस बात की जानकारी भी इसे चौपाई के माध्यम से मिलती है। परिणाम के साथ आप रामचरितमानस की वह चौपाई और कांड भी जान सकते हैं जहां से आपका उत्तर लिया गया है।

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रामचरितमानस प्रश्नावली का महत्व

रामचरित मानस प्रश्नावली को शलाका भी कहा जाता है और यह किसी भी उलझन का हल निकालने में मदद करती है। शत्रु से परेशान हों या नौकरी में समस्याएं आ रही हों, शादी में देरी हो रही हो या पारी-पत्नी के बीच झगड़े होते रहते हों, रामचरितमानस की चौपाई से आपको समस्याओं से बहार निकलने का मौका मिलता है।

रामचरितमासनस प्रश्नावली कैसी होती है

रामचरितमानस प्रश्नावली चार्ट में 225 वर्ग होते हैं। यह एक 15 बाय 15 मैट्रिक्स होती है जिसमें रामचरितमानस के विभिन्न छंदों के अक्षर शामिल होते हैं। प्रश्नावली चार्ट में प्रत्येक 9वें अक्षर को जोड़कर एक छंद यानी कि चौपाई बनाई जाती है। जब आप मूल वर्णमाला पर लौटते हैं तो एक पूर्ण छंद बनता है। यह श्लोक आपके प्रश्न का उत्तर देता है।

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रामचरितमानस क्या है और इसका महत्व

significance of ramcharitmanas

रामचरित्रमानस शब्द तीन शब्दों राम से बना है - भगवान राम, चरित्र - उनका चरित्र या कर्म और मानस यानी कि मन। यह हिंदुओं के सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक है। इस पवित्र ग्रंथ रामचरित्रमानस में भगवान राम के कार्यों, चरित्र और बौद्धिक सोच का वर्णन किया गया है।

भगवान् राम ने अपना जीवन कैसे व्यतीत किया, होने किन गुणों की वजह से वो मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए? अपनी बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान ढूंढने में वो कैसे सफल हुए, ऐसी न जाने कितनी कथाएं रामचरित मानस और उसकी चौपाइयों में छिपी हैं। इस ग्रन्थ को तुलसीदास ने चौपाइयों के रूप में खूबसूरती से लिखा है।

श्री रामचरितमानस में कितने अध्याय हैं

रामचरितमानस में 7 बड़े अध्याय हैं जिन्हें 'काण्ड' कहा जाता है। प्रत्येक कांड में भगवान श्री राम के जीवन के एक विशेष भाग को दर्शाया गया है। ये कांड हैं बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड।

इनमें से सुंदरकांड का पाठ विशेषतयः घरों में किया जाता है और ये कई संकटों से मुक्ति के मार्ग खोलता है। इन्हीं कांडों में लिखी हुई प्रत्येक चौपाई आपके प्रश्नों का जवाब देती है और प्रश्नावली से पूछे किसी भी प्रश्न का सही जवाब आप इनकी चौपाई के माध्यम से जान सकते हैं।

कैसे किया जाता है रामचरितमानस का पाठ

how to recite ramcharit manas

रामचरितमानस का पाठ कई तरह से किया जा सकता है। इसे आप समूह में भी पढ़ सकते हैं या फिर नियमित रूप से इसकी कुछ चौपाइयों का पाठ करके पूरा ग्रन्थ पढ़ सकते हैं। अगर आप एक साथ पूरी रामचरितमानस पढ़ना चाहते हैं तो 24 घंटे में इसका पाठ करके इसे समाप्त कर लेना चाहिए जिससे इसके पाठ का पूरा फल मिल सके।

अपनी किसी भी समस्या को सुलझाने के लिए आप भी रामचरितमानस प्रश्नावली यानी कि शलाका का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Images: Freepik.com

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