Ganesh Pujan Importance

आखिर भाद्रपद चतुर्थी से ही क्यों शुरू होता है गणेश उत्सव, यहां पढ़ें

दिनांक 19 सितंबर दिन मंगलवार को सुख-समृद्धि, बुद्धि और सौभाग्य के दाता भगवान गणेश का उत्सव का बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। 
Editorial
Updated:- 2023-09-18, 15:41 IST

(ganesh chaturthi) 10 दिनों तक चलने वाला गणपति बप्पा का उत्सव की तैयारी आरंभ हो चुकि है। इस दिन प्रथम पुजनीय भगवान गणेश की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। उसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया जाता है।

वहीं हिंदू धर्म में चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित है। इसलिए हर चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश के लिए व्रत रखा जाता है और उनकी पूजा-अर्चनी की जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर गणेश उत्सव भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से ही क्यों शुरू होता है।

इस दिन का विशेष महत्व क्या है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि चतुर्थी तिथि का महत्व क्या है। 

गणेश चतुर्थी 2023 (Ganesh Chaturthi 2023)

Ganesh Pujan Vidhi

इस साल दिनांक 19 सितंबर दिन मंगलवार से गणेश (भगवान गणेश मंत्र)चतुर्थी का प्रारंभ हो रहता है और इसका समापन दिनांक 28 सितंबर दिन गुरुवार को हो रहा है। यह उत्सव 10 दिनों तक पूरे विधि-विधान के साथ मनाया जाता है। इससे भगवान गणेश बेहद प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूरी कर देते हैं। इस दिन उन्हें खासकर मोदक और पीले लड्डू का भोग लगाएं। साथ ही दूर्वा जरूर चढ़ाएं। 

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भाद्रपद माह में गणेश चतुर्थी का पौराणिक महत्व (Ganesh Chaturthi 2023 Significance)

Ganesh Pooja Significance astro

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चतुर्थी तिथि के दिन ही भगवान शिव (भगवान शिव मंत्र)और माता पार्वती के पुत्र भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि को ही भगवान गणेश ने महाग्रंथ महाभारत को लिखना आरंभ किया था। इसलिए गणेश उत्सव भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि को ही मनाया जाता है। वहीं दूसरा भी तरफ ऐसी मान्यता है कि भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ही भगवान शिव ने भगवान गणेश को पुनर्जीवित किया था। 

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बता दें, भगवान शिव ने गुस्से में भगवान गणेश के सिर को धड़ से अलग कर दिया था। इसके बाद माता पार्वती की नाराजगी को दूर करने के लिए शिव जी ने गणेश जी को हाथी का मस्तक लगाकर उन्हें जीवनदान दिया था। इसलिए इस दिन गणेश उत्सव मनाया जाता है। 

कितने दिन में विसर्जन करना होता है शुभ ? (how many days is it auspicious for Ganesh Visarjan)?

गणेश उत्सव पूरे 10 दिनों तक पूरी विधि-विधान के साथ मनाई जाती है और अनंत चतुर्दशी के दिन मूर्ति का विसर्जन किया जाता है। विसर्जन एक दिन से लेकर दस दिनों तक के बीच कभी भी कर सकते हैं। जिससे शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा का विसर्जन करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के सभी दुख दूर हो सकते हैं।

 

भाद्रपद चतुर्थी का गणेश उत्सव से क्या संबंध है। इस लेख में विस्तार से पढ़ें अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।   

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