खाटू श्याम जी को अर्जी कैसे लगाई जाती है?

कलयुग में भगवान का अवतार माने जाने वाले बाबा खाटू श्याम की महिमा निराली है। ऐसा कहा जाता है कि बाबा उसकी अर्जी जरूर स्वीकारते हैं तो उन्हें सच्चे ह्रदय से पुकारता है। आइए जानें बाबा खाटू श्याम जी के सामने अर्जी लगाने के सही तरीके के बारे में।
khatu shyam ji ki arji

'हारे का सहारा, बाबा खाटू श्याम हमारा' ये कहावत खाटू श्याम जी के भक्तों में मुंह से आप अक्सर सुनती होंगी। ऐसा माना जाता है कि कलयुग में अगर भगवान के दर्शन करने हों तो साक्षात खाटू श्याम जी के द्वार पर अर्जी लगानी चाहिए। आजकल बाबा के भक्तों की संख्या और उन पर विश्वास दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हो भी क्यों न माना जाता है कि बाबा के द्वार पर जो भी जाता है उसकी अर्जी जरूर स्वीकार होती है और बाबा उसकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान राज्य के सीकर जिले में स्थित खाटू गांव में है।

यह मंदिर महाभारत के एक लोकप्रिय चरित्र बर्बरीक को समर्पित है, उन्हें भगवान कृष्ण ने कलयुग में श्याम नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था। इसी वजह से बाबा खाटू श्याम जी को कलयुग में ईश्वर का दर्जा देकर पूजा जाता है। उनके भक्त बाबा के सामने माथा टेककर अपनी अर्जी लगाते हैं। क्या आप जानते हैं कि खाटू श्याम जी के सामने अर्जी कैसे लगाई जाती है और किस विधि से लगाई गई अर्जी बाबा स्वीकार करते हैं? आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें इसके बारे में विस्तार से।

खाटू श्याम बाबा को अर्जी कैसे लगाएं

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खाटू श्याम जी की अर्जी लगाने के लिए विश्वास और श्रद्धा का होना आवश्यक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि बाबा के दरबार में भक्तों को अपने मन की इच्छा और आस्था के साथ अर्जी लगानी चाहिए। बाबा के सामने अर्जी लगाने के लिए आपको खाटू श्याम जी के मंदिर में जाकर दर्शन करना और पूजा-अर्चना करना आवश्यक माना जाता है। इससे भक्तों को आध्यात्मिक शांति और आनंद मिलता है। बाबा के मंदिर जाकर भक्त खाटू श्याम जी की आरती और प्रार्थना कर सकते हैं। इससे उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और वे अपने जीवन में सुख-शांति प्राप्त करते हैं।

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क्यों स्वीकार होती है खाटू श्याम जी को लगाई अर्जी?

खाटू श्याम जी को कलयुग में भगवान कृष्ण का आशीर्वाद और बर्बरीक का अवतार माना जाता है, जो अपने भक्तों की समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। खाटू श्याम जी की अर्जी लगाने वाले भक्तों की आस्था और विश्वास को देखते हुए उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खाटू श्याम जी की कृपा और आशीर्वाद से भक्तों के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। बाबा खाटू श्याम जी की अर्जी लगाने के लिए विश्वास, श्रद्धा, और आस्था का होना आवश्यक माना जाता है। भक्तों को अपने मन की इच्छा और आस्था के साथ अर्जी लगानी चाहिए और खाटू श्याम जी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

बाबा खाटू श्याम जी को अर्जी लगाने की विधि

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बाबा खाटू श्याम को अर्जी लगाने का एक अच्छा तरीका यह माना जाता है कि आप एक सफेद कोरा कागज लें और उस पर लाल स्याही वाले पेन से अपनी अर्जी लिखें। अर्जी पर भक्त अपना नाम और मनोकामनाएं लिखें।

अर्जी में आगे यह भी लिखें कि बाबा आप तो अंतर्यामी हो। हमारे मन में क्या चल रहा है, आपको इसके बारे में सब कुछ पता है। मैं क्या लिखूं? फिर भी मैं एक मनुष्य हूं और आपका दास हूं। बाबा कृपा करके इसे स्वीकार कीजिए और मेरा काम पूरा कीजिए। अर्जी लिखने के बाद नीचे अपना नाम लिखें और इस कागज़ को कलावा से बांधकर खाटू श्याम जी के चरणों में अर्पित कर दें।

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कौन हैं बाबा खाटू श्याम जी?

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बाबा खाटू श्याम जी भगवान श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार माने जाते हैं। महाभारत काल में उनका असली नाम बर्बरीक था, जो भीम के पुत्र घटोत्कच और उनकी पत्नी हिडिम्बा के पुत्र थे। उस समय बर्बरीक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर थे और उनके पास तीन दिव्य बाण थे जो अपने लक्ष्य को भेदकर वापस उनके पास आ जाते थे। बर्बरीक ने महाभारत के हिस्सा लेने का निर्णय लिया, लेकिन उन्होंने यह घोषणा की कि वह उस पक्ष की तरफ से लड़ेंगे जो हार रहा होगा। भगवान श्रीकृष्ण ने बर्बरीक की इस घोषणा को समझ लिया और चिंतित हो गए।

उन्होंने बर्बरीक से उनका शीश मांग लिया, जिसे बर्बरीक ने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार दे दिया। साथ ही, उन्हें यह आशीर्वाद भी मिला कि वो कलयुग में ईश्वर के रूप में श्याम नाम से पूजे जाएंगे। उसी समय से बाबा खाटू श्याम की पूजा को प्रथा आरंभ हुई और कलयुग में वो हारे का सहारा नाम से जाने जाने लगे।

बाबा खाटू श्याम के दरबार में अर्जी के लिए आज भी लाखों भक्त इकट्ठे होते हैं और बाबा उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
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Images: Freepik.com, Shutterstock.com

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FAQ

  • खाटू श्याम मंदिर में अर्जी कैसे लगाएं?

    खाटू श्याम जी के मंदिर में जाकर आप अपनी मनोकामनाएं एक कागज पर लिखकर अपनी अर्जी लगा सकते हैं। 
  • खाटू श्याम को प्रसन्न करने के लिए क्या करें?

    खाटू श्याम जी को प्रसन्न करने के लिए आप उनकी पूजा करें और उनकी पसंद की सामग्री के साथ फल अर्पित करें।