शनिवार के दिन शनिदेव को सरसों तेल किस विधि से चढ़ाना चाहिए? जान लें नियम

हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। अब ऐसे में अगर आप शनिदेव तो सरसो तेल चढ़ा रहे हैं तो किस विधि से चढ़ाने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
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सनातन धर्म में शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति की कुंडली में साढे़साती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव कम हो सकते हैं। शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति को सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है और भाग्योदय हो सकता है। आपको बता दें, अगर आपके जीवन में समस्याएं आ रही है तो शनिदेव को सरसो तेल चढ़ाने से लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि शनिवार के दिन शनिदेव को किस विधि सरसो तेल चढ़ाने से लाभ हो सकता है।

शनिवार के दिन शनिदेव को किस विधि से चढ़ाएं सरसो तेल

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शनिवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। काले या गहरे नीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
शनिदेव को तेल अर्पित करने का सबसे अच्छा समय सूर्यास्त के बाद होता है। आप सूर्यास्त से लेकर रात 8 बजे तक तेल चढ़ा सकते हैं।
तेल हमेशा लोहे के पात्र में ही लें। इसमें थोड़ा सरसों का तेल डालें।
तेल में एक रुपये का सिक्का डालें। अब इस तेल में अपना चेहरा देखें। यह आत्म-शुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
आप इस तेल को शनि मंदिर में शनिदेव की प्रतिमा पर अर्पित कर सकते हैं।
अगर मंदिर में प्रतिमा नहीं है, तो आप इसे पीपल के पेड़ के नीचे भी रख सकते हैं।
कुछ लोग इस तेल को किसी निर्धन व्यक्ति को दान भी कर देते हैं।
शनिदेव पर तेल चढ़ाते समय अपनी नजरें उनके चरणों पर ही रखें, सीधे उनकी आंखों में देखने से बचें। ऐसी मान्यता है कि शनिदेव की दृष्टि में तेज होता है।

शनिवार के दिन शनिदेव को सरसो तेल चढ़ाने का महत्व

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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जब रावण ने सभी ग्रहों को बंदी बना लिया था, तब शनिदेव को भी उल्टा लटकाकर रखा गया था। हनुमान जी ने लंका दहन के बाद शनिदेव को रावण की कैद से मुक्त कराया। शनिदेव के शरीर में आग से जलने के कारण बहुत पीड़ा हो रही थी। हनुमान जी ने उनके घावों पर सरसों का तेल लगाया, जिससे उन्हें तुरंत आराम मिला। शनिदेव ने प्रसन्न होकर हनुमान जी से कहा कि जो भी व्यक्ति श्रद्धापूर्वक उन्हें सरसों का तेल चढ़ाएगा, उसकी सभी पीड़ाएं दूर होंगी और उसे शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलेगी।

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Image Credit- HerZindagi

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