image

विवाह के दौरान दुल्हन की मांग में कितनी बार भरा जाता है सिंदूर, पंडित जी से जानें

शादी में सबसे अहम रस्म कही जाती है सिंदूरदान। इस रस्म में दूल्हा अपनी दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है। आर्टिकल में आपको बताते हैं शादी के दौरान मांग में कितनी बार भरते हैं सिंदूर।
Editorial
Updated:- 2025-06-20, 17:51 IST

हिंदू धर्म में विवाह का कार्य अहम होता है। जब भी किसी की शादी होती है, तो सभी रीति-रिवाजों का ध्यान रखकर शादी को संपन्न कराया जाता है। हर एक रस्म को अपने हिसाब से लोग पूरी करते हैं। लेकिन सिंदूरदान एक ऐसी रस्म होती है, जो हर किसी के यहां एक जैसी होती है। इसमें दूल्हा अपनी दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है। इसके बाद ही शादी संपन्न होती है। लेकिन मांग में कितनी बार सिंदूर भरा जाता है। इसके बारे में आपको आर्टिकल में बताते हैं, जिसकी जानकारी हमें पंडित विघाशंकर जी ने दी।

सिंदूरदान की रस्म क्या होती है

सिंदूरदान हिंदू विवाह की अहम रस्म होती है। इसमें दूल्हा, दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है। यह रस्म विवाह के दौरान निभाई जाती है। इसे सुहाग का प्रतीक कहा जाता है। कई लोग सिंदूर को सोने की अंगूठी से भरते हैं, तो कुछ लोग चांदी के सिक्के से सिंदूर भरा जाता है।

Untitled

कितनी बार भरा जाता है मांग में सिंदूर

  • पंडित जी के बताए अनुसार शादी के समय मांग में 3 बार मांग भरी जाती है। पहली बार सिंदूर भरने का संबंध देवी लक्ष्मी से जोड़ा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे नवविवाहित जोड़े के जीवन में समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
  • दूसरी बार सिंदूर भरने से माता सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है। इससे ज्ञान, विद्या और वाणी अच्छी होती है। साथ ही, यह दर्शाता है कि विवाहित जीवन में समझदारी, ज्ञान और मधुरता बेहद जरूरी है।
  • तीसरी बार सिंदूर भरने का मतलब माता पार्वती से माना जाता है। यह विवाहित जोड़े को शक्ति और बुरी शक्तियों से रक्षा करती हैं, ताकि वे जीवन में कोई परेशाी न आए।

1 - 2025-06-20T132554.529

इसे भी पढ़ें: हिंदू शादियों में क्यों होती है सिंदूरदान की रस्म, जानें महत्व 

सिंदूरदान करते समय पंडित जी क्या कहते हैं

जब भी दूल्हा-दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है, तो पंडित जी अक्सर कहते हैं कि नाक पर सिंदूर जरूर गिरना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे शुभता का प्रतीक माना जाता है। साथ ही, जिस सिंदूर को शादी के समय भरा जाता है। उसे ही महिला को 1 साल तक लगाना चाहिए। इससे दोनों के बीच प्यार बना रहता है।

इसे भी पढ़ें: भागकर विवाह करना सही है या गलत? रुकमणी के इस प्रश्न पर क्या बोले थे श्री कृष्ण, आप भी जानें

पंडित जी के बताए अनुसार ऐसे होता है सिंदूरदान। साथ ही, इसका महत्व भी उन्होंने हमें बताया।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image Credit-Freepik 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;