Kanwar Yatra safety measures

Kanwar Yatra 2024: सावन में कांवड़ का है विशेष महत्व, जानें कितने तरह की होती है ये यात्रा?

सावन मास में शिव भक्त कांवड़ यात्रा कर भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं। आज इस लेख में कांवड़ यात्रा के प्रकार और महत्व के बारे में बताएंगे। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-07-17, 18:17 IST

हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल सावन मास 22 जुलाई से शुरू होगी। सावन मास के प्रारंभ होने के साथ-साथ कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है। कांवड़ यात्रा में कांवड़िया गंगा नदी में स्नान कर लोटे में जल भरकर से शिव मंदिर में सावन शिवरात्रि के दिन अभिषेक करते हैं। कांवड़िया भगवान शिव से प्रार्थना कर आशीर्वाद मांगते हैं, इस कांवड़ यात्रा को लेकर यह मान्यता है कि भगवान शिव कांवड़िया की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं। चलिए इस लेख में कांवड़ यात्रा और इसके प्रकार के बारे में जानते हैं।

कितने प्रकार की होती है कांवड़ यात्रा  (Types of Kanwar Yatra 2024)

Kanwar Yatra  dates

सामान्य कांवड़ यात्रा  (Kanwar Yatra 2024)

सामान्य कांवड़ यात्रा में शिव भक्त चलते-चलते जब थक जाते हैं तो बीच-बीच में आराम कर सकते हैं। आराम के दौरान कांवड़ियों को इस बात का खास ध्यान देना पड़ता है कि कांवड़ बीच में जमीन पर न रखें। कांवड़िया अपने साथ स्टैंड लेकर चलते हैं, साथ ही वे कांवड़ को किसी पेड़ की डाल पर भी टांग देते हैं।

इसे भी पढ़ें: Kanwar Yatra 2024 Niyam: सावन माह में पहली बार करने जा रहे हैं कांवड़ यात्रा, जानें सामग्री और नियम 

डाक कांवड़ यात्रा (Dak Kanwar Yatra 2024)

डाक कांवड़ यात्रा में कांवड़ियाविश्राम नहीं करता है। जब वह पवित्र नदी से स्नान कर जल भरता है तब वह सीधा मंदिर में जाकर रुकता है। डाक कांवड़ यात्रा करने वाले कांवड़िया बीच में किसी भी चीज के लिए नहीं रुकते और उनकी यात्रा को सरल बनाने के लिए मार्ग में कई तरह की उचित व्यवस्था की जाती है। 

खड़ी कांवड़ यात्रा (Khadi Kanwar Yatra 2024)

Kanwar Yatra types

खड़ी कांवड़ यात्रा में साधक कांवड़ लेकर चलते हैं। इस खड़ी कांवड़ यात्रा में 2-3 लोग साथ में चलते हैं, जिसमें एक के थकने पर दूसरे लोग कांवड़ लेकर साधक की यात्रा पूरी करने में सहायता करते हैं।

इसे भी पढ़ें: Kanwar Yatra 2024 Guidelines: दिल्ली बस में सफर करने वाले लोगों के लिए बड़ी खबर, कांवड़ यात्रा के चलते रूट बदलने के साथ-साथ बढ़ेगा किराया  

दांडी कांवड़ यात्रा (Dandi Kanwar Yatra 2024)

कांवड़ यात्रा के सभी प्रकारों में दांडी कांवड़ यात्रा सबसे कठिन मानी गई है। इस दांडी कांवड़ यात्रा में कांवड़िया पवित्र नदी से स्नान कर जल भरता है और मंदिर तक दंडवती करते हए पहुंचता है। इस यात्रा में सबसे ज्यादा समय लगता है।

कौन सी कांवड़ यात्रा है सबसे सरल और सबसे कठिन

सबसे सरल की बात करें तो सामान्य कांवड़ यात्रा सबसे सरल है। इस यात्रा में कांवड़िया बीच-बीच में कांवड़ को स्टैंड पर रखकर आराम कर सकता है। वहीं दांडी कांवड़िया कांवड़ यात्रा के सभी प्रकार में सबसे ज्यादा कठिन है। इस कांवड़ यात्रा में कांवड़िया दंडवती करते हुए भगवान शिव को कांवड़ का जल अर्पित करता है।

 

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit: Freepik 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;