छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं और यह दिवाली के मुख्य त्योहार से ठीक एक दिन पहले मनाई जाती है जिसका महत्व अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत से जुड़ा है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी दिन भगवान कृष्ण ने क्रूर दैत्य नरकासुर का वध करके 16,000 महिलाओं को उसके बंधन से मुक्त कराया था। इस दिन को मृत्यु के देवता यमराज की पूजा के लिए भी खास माना जाता है जिसमें घर के बाहर दक्षिण दिशा में 'यम दीपक' जलाया जाता है जिससे परिवार में अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और सभी पापों का नाश होता है। इसलिए, यह दिन दिवाली की बड़ी तैयारी और घर-परिवार की आंतरिक व बाहरी शुद्धि का प्रतीक है। ऐसे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल कब पड़ रही है छोटी दिवाली, क्या है इस दिन पूजा से लेकर यम का दीपक जलाने तक का शुभ मुहूर्त और महत्व?
छोटी दिवाली कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन मनाई जाती है। ऐसे में इस साल चतुर्दशी तिथि का आरंभ 19 अक्टूबर, रविवार के दिन दोपहर 01 बजकर 51 मिनट पर हो रहा है।
वहीं, इसका समापन 20 अक्टूबर, सोमवार के दिन दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर होगा। यूं तो उदया तिथि के अनुसार, छोटी दिवाली 20 तारीख को मने जानी चाहिए, लेकिन नरक चतुर्दशी की पूजा शाम के समय होती है। ऐसे में छोटी दिवाली का पर्व 19 अक्टूबर का माना जाएगा।
छोटी दिवाली के दिन श्री कृष्ण, काली मां और यमराज की पूजा का विधान है। हालांकि, यमराज की पूजा सीधे तौर पर न होकर उनके नाम का दीपक जलाने के रूप में होती है मगर, श्री कृष्ण और मां काली की पूजा का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 41 मिनट से रात 12 बजकर 31 मिनट तक है।
श्री कृष्ण ने नरक चतुर्दशी के दिन नरकासुर का वध किया था और यह जीत बुराई के अंत को दर्शाती है। वहीं, इस दिन को काली चौदस भी कहा जाता है जिसमें मां काली की पूजा कर भक्तों को बुरी शक्तियों, तंत्र-मंत्र और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा मिलती है।
छोटी दिवाली यानी 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को सुबह 05 बजकर 13 मिनट से सुबह 06 बजकर 25 मिनट तक का शुभ समय अभ्यंग स्नान के लिए श्रेष्ठ है क्योंकि इस मुहूर्त में किया गया स्नान सौंदर्य को बढ़ता है और तेजमय शरीर की प्राप्ति होती है।
छोटी दिवाली पर अभ्यंग स्नान का बहुत महत्व है। यह स्नान सूर्योदय से पहले करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन अभ्यंग स्नान करने से व्यक्ति के पाप और दुर्भाग्य दूर होते हैं, नरक के भय से मुक्ति मिलती है और उत्तम स्वास्थ्य एवं सौंदर्य की प्राप्ति होती है।
छोटी दिवाली पर यम का दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त 19 अक्टूबर 2025 की शाम को है। नरक चतुर्दशी के दिन आप यम का दीपक शाम 6 बजकर 58 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 28 मिनट तक के बीच में जला सकते हैं। यह समय यमराज प्रसन्न मुद्रा में विराजमान होंगे।
छोटी दिवाली की शाम को घर के मुख्य द्वार पर यम का दीपक जलाना एक बहुत ही महत्वपूर्ण रस्म है। यह दीपक विशेष रूप से मृत्यु के देवता यमराज के लिए जलाया जाता है और इसे हमेशा घर के बाहर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके रखा जाता है।
यह भी पढ़ें: Evil Eye Remedy: दिवाली की रात करें ये 3 उपाय, किसी भी तरह की बुरी नजर हो सकती है दूर
नरक चतुर्दशी की पूजा करने से क्ति को पापों और बुरे कर्मों के प्रभाव से मुक्त करती है और उसे नरक में जाने के भय से छुटकारा दिलाती है। इस दिन भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर के वध का स्मरण करने से जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मकता और बुराइयां दूर होती हैं।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।