बुध प्रदोष व्रत पर पढ़ें ये स्तोत्र, मिलेगा भगवान शिव का आशीर्वाद

अगर आप भी भगवान शिव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो ऐसे में आप बुध प्रदोष व्रत के दिन आप कुछ खास स्तोत्र को पढ़ सकते हैं। आइए आर्टिकल में जानते हैं कौन से स्तोत्र लाभकारी हो सकते हैं।
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हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत की महत्वता काफी होती है। यह व्रत हर महीने दो बार आता है। एक शुक्ल पक्ष और एक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर। जब यह व्रत बुधवार के दिन पड़ता है, तो इसे बुध प्रदोष व्रत कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन विधिवत व्रत रखकर और भगवान शिव का आशीर्वाद पा सकते हैं। इससे आपकी कई सारी बाधाएं दूर हो जाएंगी। साथ ही, आपके जीवन में धन-धान्य और शांति बनी रहेगी। इस व्रत में आप कुछ खास स्तोत्र हैं, जिसका वर्णन कर सकते हैं। पंडित जन्मेश द्विवेदी जी ने इसके बारे में बताया। आर्टिकल में इसके बार में आपको बताते हैं।

बुध प्रदोष व्रत पर पढ़ें ये शिव स्तोत्र

बुध प्रदोष व्रत के दिन शिवजी की आराधना करते समय शिव जी के स्तोत्र को पढ़ सकते हैं।

  • प्रभुं प्राणनाथं विभुं विश्वनाथं
  • जगन्नाथनाथं सदानन्दभज्यम्।
  • भवद्भव्यभूतं भवानेशमीशं
  • शिवं शंकरं शम्भुमीशानमीडे
Pradosh vrat (2)

इस स्तोत्र के पाठ से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्त को सौभाग्य, स्वास्थ्य तथा समृद्धि का वरदान देते हैं।

बुध प्रदोष व्रत में करें रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ

  • नमामि शमीशान निर्वाण रूपम:
  • विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपम:
  • निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं:
  • चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहं:
Pradosh vrat puja

इसका अर्थ है, हे मोक्षस्वरूप, विभु, व्यापक, ब्रह्म और वेदस्वरूप, ईशान दिशा के ईश्वर तथा सबके स्वामी श्रीशिवजी। मैं आपको नमस्कार करती हूं।

बुध प्रदोष व्रत का महत्व

  • प्रदोष व्रत में अगर आप भगवान शिव उपासना करते हैं, तो इसकी महत्वता और ज्यादा बढ़ जाती है।
  • ऐसी मान्यता है कि इस समय भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद मिलता है।
  • इस दिन व्रत करने से पापों से मुक्ति मिलती है, और पुण्य प्राप्त होता है।
  • बुधवार के दिन प्रदोष व्रत रखते हैं, तो इससे बुद्धि, ज्ञान और व्यापार में सफलता मिलती है।

इस बार बुध प्रदोष व्रत को करने से आपको मनचाहे लाभ मिलते हैं। साथ ही, आपके रुके हुए कार्य भी होने लगते हैं। इसलिए आपको इस व्रत को जरूर रखना चाहिए, ताकि आपके जीवन में होने वाली समस्याएं कम हो सके। आप चाहें, तो इसकी जानकारी पंडित जी से ले सकते हैं और इस व्रत में स्तोत्र का उच्चारण कैसे करना है। इसके बारे में जानकारी ले सकते हैं।

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Image Credit-Freepik

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