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Aaj Ka Panchang 13 September 2025: कहीं शनिवार के दिन दिशा शूल तो नहीं पड़ रहा, आज का पंचांग देखकर ही करें यात्रा

अगर आप भी शनिवार के दिन यात्रा का प्लान कर रहे हैं, तो ऐसे में जरूरी है कि आप पंचांग में बताए गए सही समय और प्रहर का ध्यान रखें। इससे आपकी यात्रा में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी। साथ ही आपके काम भी बनते नजर आएंगे।
Editorial
Updated:- 2025-09-13, 07:10 IST

यात्रा करना हम सभी को पसंद होता है, लेकिन कई बार यात्रा करते समय हमें कई सारी परेशानियां होती हैं। ऐसे में आप पंचांग में बताए गए तिथि और समय का खास ध्यान रखें। इससे आपके द्वारा की गई यात्रा सफल होगी। साथ ही आप जिस काम के लिए बाहर निकले हैं वो भी आसानी से हो जाएंगे। इसके लिए आप पंडित सौरभ त्रिपाठी जी, छिंदवाड़ा, एमपी जी पंचांग पर ध्यान दें। आर्टिकल में उन्होंने सभी जरूरी जानकारी को शेयर किया है। इससे आपकी यात्रा अच्छे से पूरी हो जाएगी।  

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आज का पंचांग 13 सितंबर 2025

तिथि नक्षत्र दिन/वार  योग करण
षष्ठी -सुबह 07:25 तक  कृत्तिका, सुबह 10:12  तक   शनिवार   हर्षण, सुबह 10:32  तक  वणिज सुबह 07:25  तक विष्टि – उसके बाद

आज सूर्य और चंद्रमा का समय 13 सितंबर 2025

प्रहर  समय
सूर्योदय  सुबह 05:55 बजे
सूर्यास्त शाम 06:16 बजे
चंद्रोदय  रात 10:23 बजे
चंद्रास्त रात 11:35 बजे



 

 

आज का शुभ मुहूर्त और योग 13 सितंबर 2025

मुहूर्त नाम मुहूर्त समय
ब्रह्म मुहूर्त    सुबह 04:35 बजे से सुबह 05:23 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:41 बजे से 12:30 बजे तक
अमृत काल    सुबह 11:29 बजे से दोपहर 01:14 बजे तक   

आज का अशुभ मुहूर्त 13 सितंबर 2025

मुहूर्त नाम  मुहूर्त समय 
राहु काल सुबह 09:00 बजे से 10:33 बजे तक  
गुलिक काल    सुबह 05:55 बजे से 07:28 बजे तक  
यमगंड  दोपहर 01:38 बजे से 03:11 बजे तक
दुर्मुहूर्त  सुबह 05:55 बजे से 06:45 बजे तक       

यह विडियो भी देखें

 

सुबह 05:55 बजे से 07:28 बजे तक  

आज व्रत और त्योहार 13 सितंबर 2025

  • शनिवार का व्रत विशेष रूप से भगवान शनिदेव को समर्पित है।
  • इस व्रत को करने से व्यक्ति को शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
  • यह जीवन में आ रही बाधाओं को दूर करने में भी सहायक होता है।
  • यह व्रत पितृ दोष से मुक्ति और कानूनी मामलों में सफलता के लिए भी प्रभावी माना जाता है।
  • नियमित रूप से इस व्रत का पालन करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।
  • इससे जीवन में शांति और स्थिरता आती है।
  • यह व्रत भक्तों को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करता है।
  • इसके पालन से व्यक्ति का मन शांत होता है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
  • यह व्रत जीवन को संतुलित और सुखी बनाने में मदद करता है।
  • यह साधना भक्तों को धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से भी मजबूत बनाती है।

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आज का उपाय 13 सितंबर 2025

  • पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  • आप पीपल के पेड़ पर दीपक जलाते समय इसमें काले तिल का इस्तेमाल जरूर करें।

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Image Credit- Freepik

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