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रेस्तरां के staff आपको कभी नहीं बताते ये 10 dirty secrets

<p style="text-align: justify;">फास्ट-फूड - आजकल का favorite food, जिसे देखते ही बच्&zwj;चे ही नहीं बल्कि जवानों और बुजुर्गों के मुंह में पानी आने लगता है। पार्टी हो या ट्रैवलिंग इनके बिना काम नहीं चलता।<br />जी हां फास्ट फूड आधुनिक लाइफस्टाइल का एक हिस्सा बन चुका है। बच्चों से लेकर यूथ और बड़ों को भी फास्ट फूड से बेहद लगाव है। यहां तक कि बच्चे घर का खाना नापसंद करने लगे हैं, और मौका मिलने पर वह फास्&zwj;ट फूड रेस्&zwj;तरां में जाकर बर्गर एवं पिज्&zwj;ज़ा खाना ज्&zwj;यादा पसंद करते हैं। अगर आप भी फास्&zwj;ट फूड रेस्&zwj;तरां में जाकर खाने के शौकीन हैं, तो आज हम आपको ऐसी कुछ चीजों के बारे में बताएंगें जो फास्ट फूड रेस्तरां के staff आपको कभी नहीं बताते हैं। इसलिए इस तरह के फूड पर ज्&zwj;यादा निर्भर होना अच्&zwj;छा नहीं।

Pooja Sinha

Her Zindagi Editorial

Updated:- 06 Oct 2017, 18:10 IST

Best hours

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फास्‍ट फूड रेस्‍तरां में जाने का सही समय "busy hours" (सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे के बीज और शाम को 6:00 बजे से 8:00 बजे के बीच) होता है। हालांकि इस समय टेबल मिलना आसान नहीं होता है, लेकिन यह वह समय है जब फ्रेश food सर्व किया जाता है।

हाथों से खाना लगता है delicious

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क्या आप जानते हैं कि फास्ट फूड रेस्तरां में forks and knives क्यों नहीं होते हैं? एक possible answer ये है कि जब कोई अपने हाथों से खाता है, तो उसे ज्‍यादा अच्‍छा लगता है और वह ज्‍यादा खाता है।

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फ्रेश फ्रेंच फ्राइज

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अगर आप फ्रेश फ्रेंच फ्राइज खाना चाहती हैं, तो नमक के बिना ऑर्डर करें! क्‍योंकि बहुत अधिक मात्रा में फ्रेंच फ्राइज बनाने के बाद तुरंत नमक लगाया जाता है। लेकिन अगर आप अनसाल्‍टेड फ्रेंच फ्राइज ऑर्डर करती हैं तो यह विशेष रूप से आपके लिए बनाया जाता है।

मार्केटिंग strategy

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किचन से भीनी-भीनी खूशबू आना मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा है। आपने नोटिस किया होगा कि कुछ फास्‍ट फूड रेस्‍तरां के पास गुजरने पर आप फास्‍ट फूड की आकर्षक खूशबू से खुद को रोक नहीं पाते हैं। यहां तक कि कई रेस्तरां तो खाने की smell लोगों की नाक तक पहुंचाने के लिए अपनी किचन के दरवाजे खुले रखते हैं। ऐसा करना मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्‍सा होता है।

Cheap सोडा

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भूख को बढ़ाने के लिए चाय की तुलना में soda सस्‍ता होता है। फास्‍ट फूड रेस्‍तरां में आमतौर पर सोडा चाय से सस्‍ता होता है। ऐसा इसलिए ताकि आप ज्‍यादा सोडा खरीदें। स्‍वीट सोडा से प्‍यास बुझाना असंभव होता है (और आप इसे बार-बार खरीद लेंगे)। इसके अलावा कार्बन डाइऑक्साइड भूख को बढ़ाता है।

फ्रेंच फ्राइज में 19 ingredients

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जी हां फास्‍ट फूड का legendary फ्लेवर लगभग 19 ingredients मिक्‍स करके मिलता है। हालांकि आलू इसमें main है। बाकी अन्‍य 18 ingredients फैट, additives और फ्लेवर को बढ़ाने वाले हैं। इन सब फूड की मौजूदगी के कारण ये फूड पूरी तरह से harmless नहीं होते हैं।

सुबह जल्‍दी फास्‍ट फू्ड लेना best decision नही है।

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एक-मकसद होना अच्‍छी बात है, लेकिन तब नहीं जब बात फास्‍ट फूड की आती है। खुलने के तुरंत बाद फास्‍ट फूड शॉप पर न जाएं, क्‍योंकि इस समय वह केमिकल से किचन के उपकरणों को साफ कर रहे होते है जो किचन की मशीनों और काउंटरटॉप्‍स में रहकर सीधे आपके फूड में जा सकते हैं।

Milkshake में शुगर

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मिल्कशेक में sugar की मात्रा 2-3 गुणा ज्‍यादा होती है। मिल्कशेक फास्ट फूड रेस्‍तरां में classic items में से एक है। यह गर्मियों में विशेष रूप से popular है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि मिल्‍कशेक में शुगर की मात्रा 2-3 times ज्‍यादा होती है।

बेहद गंदा soda fountains

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फास्‍ट फूड रेस्‍तरां में मौजूद Soda fountains को धोना बहुत मुश्किल होता है। कल्‍पना कीजिए कि इसमें कितने बैक्‍टीरिया, जर्म्‍स और मोल्‍ड हैं। शुगरी वातावरण इन 'निवासियों' के लिए बहुत अच्‍छी conditions बनाता है।

Extra कैलोरी

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आज के फास्‍ट फूड में 30 साल पहले की तुलना में अधिक कैलोरी होती है। आज न केवल हमारे favorite foods की वैराइटी बढ़ गई हैं, बल्कि इसमें मौजूद कैलोरी की मात्रा भी। जैसे, 1980 के दशक की तुलना में एक चीज़बर्गर में 75% अधिक कैलोरी होती है। 20 साल पहले फ्रेंच फ्राइज़ में 2 गुणा कम कैलोरी थी और आज पिज्‍ज़ा में 70% अधिक कैलोरी है।