महिलाओं में पैरों का फैट ज्यादा होना एक आम बात है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि यह क्यों होता है और इसके पीछे क्या कारण होते होंगे? महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनके कारण पैरों का मोटापा जल्दी बढ़ जाता है। आइए डॉक्टर राजेश कपूर जी से जानें किन कारणों से महिलाओं के पैरों का फैट बढ़ता है।
हार्मोनल डिसबैलेंस का असर
महिलाओं के शरीर में जब एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन डिसबैलेंस होते हैं, तो शरीर आर खास कर जांघों और हिप्स में फैट स्टोर होने लगता है, जिससे पैरों में मोटापा बढ़ जाता है।
ज्यादा देर बैठना या खड़े रहना
बहुत लंबे टाइम तक एक ही पोजिशन में बैठने या खड़े रहने से भी पैरों में ब्लड सर्कुलेशन स्लो जाता है, जिससे पैरों में फैट जमने लगता है।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी
रोजाना वॉक, एक्सरसाइज या कोई अन्य फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण भी पैरों की चर्बी बढ़ने लगती है।
गलत खानपान की आदत
बहुत ज्यादा तेल, फैट और प्रोसेस्ड फूड खाने से शरीर में चर्बी बढ़ने लगती है। खासकर उन हिस्सों पर जहां पहले से फैट स्टोर होता है, जैसे जांघ और पिंडलियां।
प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के टाइम
महिलाओं में प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के दौरान शरीर में बहुत ज्यादा हार्मोनल चेंजेस होते हैं, जिससे पैरों और हिप्स में वेट बढ़ना आम बात होती है।
थायराइड और अन्य मेडिकल कंडीशन
कई बार पैरों में फैट बढ़ने का कारण हाइपोथायरायडिज्म जैसी बीमारियां भी हो सकती है। जिससे शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और फैट बढ़ने लगता है।
जेनेटिक कारण
जिनके परिवार में महिलाओं के शरीर का फैट ज्यादातर निचले हिस्से में जमा होता है, तो ये आदत जेनेटिक रूप से अगली पीढ़ी में भी जा सकती है।
पैरों में फैट को जमने से बचाने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें और हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल अपनाएं। अगर आपको हमारी स्टोरी अच्छी लगी हो, तो शेयर करें। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए herzindgi.com पर क्लिक करें।