पैरेंट्स अपने बच्चों को अधिक उदार और एक अच्छा इंसान बनाना चाहते हैं। लेकिन बच्चा हर चीज स्कूल से नहीं सीखता, बल्कि उसका घर ही उसका पहला स्कूल होता है। अपने घर से वह ऐसे कई संस्कार सीखता है, जो शायद स्कूल में या फिर किताबों से वह अच्छी तरह ना सीख पाए। ऐसा ही एक गुण होता है अपने भाई-बहनों के साथ शेयरिंग करना। अक्सर कपड़ों से लेकर खिलौनों तक को लेकर सिबलिंग्स के बीच झगड़ा होता है।
अमूमन देखने में आता है कि इस स्थिति में पैरेंट्स बच्चों पर बहुत अधिक गुस्सा करते हैं। इससे बच्चे कुछ समय के लिए भले ही शांत हो जाएं, लेकिन वास्तव में शेयरिंग की आदत नहीं सीख पाते। वहीं दूसरी ओर, कभी-कभी पैरेंट्स भी बच्चों के बीच चीजों की शेयरिंग को लेकर पक्षपात कर बैठते हैं। जिसका गलत असर भी बच्चों के बालमन पर पड़ता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको दो बच्चों के बीच चीजों की शेयरिंग से जुड़े कुछ आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं-
एक प्लेट में दें खाना
यह एक छोटा सा स्टेप है, लेकिन इससे बच्चे शेयरिंग करना सीखते हैं। अगर आपके दो बच्चे हैं, तो उनके लिए अलग-अलग खाने की थाली लगाने के स्थान पर आप एक ही प्लेट में उनके लिए खाना परोसें। जब वह एक प्लेट में खाना शेयर करके खाते हैं तो इससे ना केवल उनके बीच प्यार बढ़ता है, बल्कि वह अपने भाई-बहन के साथ चीजें शेयर करना सीखते हैं।
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जिद में ना दें कोई चीज
यह गलती अक्सर पैरेंट्स कर बैठते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि जब कोई एक बच्चा किसी चीज के लिए बहुत जिद करता है और रोता है तो पैरेंट्स उसे चुप करवाने के लिए वह चीज दे देते हैं। लेकिन यह तरीका दोनों बच्चों के लिए ही ठीक नहीं है। इससे सबसे पहले तो बच्चों को यह मैसेज मिलता है कि वह रोकर, चिल्लाकर या जिद करके अपनी पसंद की कोई भी चीज हासिल कर सकते हैं और उन्हें शेयरिंग करने की कोई जरूरत नहीं है। इससे उनके व्यवहार में नकारात्मक परिवर्तन आता है।
समझाएं शेयरिंग की अहमियत
अगर आप बच्चों के बीच चीजों की शेयरिंग करना चाहती हैं तो आपको सबसे पहले बच्चों को शेयरिंग (इन टिप्स से बच्चे को सिखाएं शेयरिंग) की अहमियत के बारे में भी बताना होगा। शेयरिंग ना केवल बच्चों को दूसरे बच्चों से घुलने मिलने में मदद करता है। वह टीम में काम करना सीखते हैं और इससे वह उन चीजों का भी आनंद ले सकते हैं, जो वास्तव में उनके पास हैं ही नहीं। दरअसल, जब बच्चों को शेयरिंग करने के फायदों के बारे में पता होगा तो उन्हें इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी।
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जरूर दें रिवॉर्ड
किसी भी काम को करने के लिए प्रोत्साहन का होना बेहद आवश्यक है। बच्चों के मामले में एक छोटी सी तारीफ या फिर एक छोटा सा रिवॉर्ड बेहद ही अच्छी तरह काम करता है। जब बच्चा अपना कोई खिलौना या फिर अपनी कोई फेवरिट चीज दूसरे बच्चे के साथ शेयर करता है तो इसके लिए आप उसकी सराहना अवश्य करें। ऐसा करने से वह बार-बार शेयरिंग करना पसंद करेगा।
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शेयरिंग का यह भी है तरीका
अगर कोई ऐसी चीज है, जिसे एक साथ शेयर करना संभव नहीं है तो ऐसे में आप शेयरिंग करने के लिए टाइमर सेट कर सकती हैं। मसलन, अगर कोई खिलौना है तो कुछ समय के लिए एक बच्चा उससे खेलेगा और फिर दूसरा। इस तरह जब बच्चे बारी-बारी से चीजों का इस्तेमाल करते हैं तो उनमें ना केवल शेयरिंग की हैबिट डेवलप होती है, बल्कि उनमें धैर्य जैसे गुण भी खुद ब खुद आ जाती है।
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Image Credit- pexels, pixabay
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