शिवानी को बिलकुल भी खबर नहीं थी कि उसके साथ पार्टी में कुछ बहुत बड़ा होने वाला है। शिवानी को गायब करने में किसका हाथ था, इसकी सच्चाई निकालने के लिए शुरू से इस कहानी को समझना जरूरी हो गया था। शिवानी की दोस्त ने फेयरवेल वाले दिन की पूरी सच्चाई बताई।
यह फेयरवेल का दिन था, सब शिवानी की तारीफ कर रहे थे, ओहो शिवानी आज तो तुम कहर ढाह रही हो, फेयरवेल पार्टी में साड़ी पहनकर आई शिवानी को हर कोई देख रहा था। 12th क्लास में पढ़ने वाली शिवानी का ये लुक देखकर केवल लड़के ही नहीं लड़कियां भी तारीफ करने को मजबूर हो गई थी। पार्टी शुरू हो गई थी, डीजे पर गाना बज रहा था और स्टेज पर रैंप वॉक की शुरुआत हो गई थी।
शिवानी अपनी बारी का इंतजार कर रही थी, तभी उसके क्लास के सबसे कूल लड़के राघव ने शिवानी का हाथ पकड़ लिया और बोला, चलो हम साथ में रैंप वॉक पर चलते हैं। शिवानी का चेहरा शर्म से लाल हो गया था, खुशी के मारे शिवानी अपनी मुस्कान छिपा नहीं पा रही थी। बिना कुछ सोचे उसने भी राघव को हां कहा और दोनों साथ में रैंप वॉक के लिए स्टेज पर पहुंच गए।।
शिवानी और राघव को साथ में रैंप वॉक करता देख, शोर गुल का हल्ला मच गया। हर कोई शिवानी और राघव का नाम चिल्ला रहा था। स्टेज के नीचे आते ही शिवानी को उसकी सहेलियां पकड़ कर एक कोने में ले गई, और पूछने लगी।।
अरे शिवानी क्या बात है आज तो तुझे तेरे क्रश के साथ रैंप वॉक करने का मौका मिल गया। तू तो बड़ी खुशनसीब है, जिसने पूरे साल तुझे भाव तक नहीं दिया, आज कैसे वो तुझे रैंप वॉक पर साथ ले गया। शिवानी बहुत खुश थी और अब खाने का स्टॉल भी खुल चुका था। सभी सहेलियां मिलकर खाने के स्टॉल की तरफ जा रही थी, वहीं दूसरी तरफ राघव और उसके दोस्त भी खाने के स्टॉल की तरफ आ गए।
राघव के दोस्त शिवानी को देखकर भाभी भाभी बुला रहे थे और राघव उन्हें चुप करवाने में लगा हुआ था। दूसरी तरफ शिवानी भी शर्मा रही थी। सभी दोस्तों ने खाना लिया और अलग अलग जाकर खाने लगे।। शिवानी ,राघव की तरफ छिप छिप कर देख रही थी और राघव फोन में किसी को मैसेज कर रहा था। तभी शिवानी के फोन पर मैसेज का नोटिफिकेशन आया। उसने तुरंत फोन का पासवर्ड खोला और मैसेज पढ़ कर मुस्कुराने लगी। मैसेज में किसी ने शिवानी को स्कूल की छत के नीचे वाले क्लास रूम में बुलाया था।
तभी राघव को किसी का फोन आया और वो खाना छोड़ कर स्टेज के पीछे की तरफ फोन पर बात करने निकल पड़ा। शिवानी ने खाने की प्लेट टेबल पर रखी और अपनी दोस्त स्नेहा को कान में कहा..यार मुझे किसी से मिलने के लिए छत के नीचे वाले क्लास रूम में जाना है, प्लीज तुम मेरे साथ चलो ..शिवानी की बात सुनकर स्नेहा मुस्कुराकर बोली, ओहो अभी रैंप वॉक, अभी भाभी और अभी मिलना जुलना भी होने लगा। प्रोसेस कुछ ज्यादा फास्ट नहीं हो गया है। शिवानी हंसते हुए स्नेहा के कंधे पर हाथ मारते हुए बोली, चुप कर, इतना तेज बोलने को नहीं कहा है, शांति से चल मेरे साथ।
स्नेहा और शिवानी दोनों स्कूल की तरफ जा रही थीं। उन्हें जाते हुए राघव के दोस्त देख रहे थे। शिवानी को चलते हुए थोड़ा अजीब लग रहा था, मन ही मन वो सोच रही थी कि लगता है राघव ने सबको बता दिया है। तभी ये सारे लड़के मुझे देख रहे हैं, ये लड़के कभी कोई काम शांति से नहीं कर सकते।
तभी स्नेहा ने शिवानी से कहा, अभी तो मिली भी नहीं राघव से और अभी से खयालों में भी खो गई तू। मुस्कुराते हुए शिवानी ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, मैं बस उससे बात करने जा रही हूं, वहां हमारे बीच कुछ नहीं होने वाला, अगर ऐसा होता तो तुझे साथ नहीं लेकर जाती मैं। अब बिना कुछ बोले मुंह बंद करके शांति से चल वरना सबका ध्यान हमारी तरफ हो जाएगा।। दोनों सहेलियां क्लासरूम के बाहर पहुंच गई थी। तभी उन्हें अंदर से किसी के रोने के आवाज आई। दोनों घबरा गई और फ़ौरन क्लास का दरवाजा खोला।
क्लास रूम में आते ही दोनों सहेलियां हैरान रह गई। आखिर क्लास में दोनों ने ऐसा क्या देखा, जानने के लिए इंतजार करें दूसरे पार्ट का...
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