महिलाएं खुद को फिट तो रखना चाहती हैं लेकिन एक्सरसाइज करने से हमेशा बचती हैं। लेकिन ऐसी डाइट प्लान की खोज में रहती हैं, जिससे तेजी से वजन कम हो जाए। इसलिए हम महिलाओं के लिए समय-समय पर वेट लॉस में मदद करने वाले डाइट प्लान के बारे में बताते रहते हैं। जी हां यूं तो हमने 2020 में आपके साथ वेट लॉस के लिए अपनाए जाने वाले डाइट प्लान शेयर किए हैं, ताकि आप खुद को फिट और हेल्दी रख सकें। लेकिन जब 2020 खत्म होने वाला है, तो साल के अंत में हम आपके साथ 2020 के ऐसे डाइट ट्रेंड्स शेयर कर रहे हैंं। 2020 में महिलाओं ने इन डाइट ट्रेंड्स को न सिर्फ सबसे ज्यादा पसंद किया, बल्कि वेट लॉस के लिए इन्हें अपनाया भी। अगर आप भी वेट लॉस के लिए 2020 के डाइट ट्रेंड्स के बारे में जानना चाहती है तो हमारा यह आर्टिकल जरूर पढ़ें। हो सकता है इनमें से किसी डाइट ट्रेंड को अपनाकर आपका वजन भी तेजी से कम हो जाए। तो देर किस बात की आइए ऐसे ही 10 डाइट ट्रेंड्स के बारे में जानें।
वजन कम करने के लिए इस डाइट का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है। इसे "कीटोजेनिक डाइट" या "कीटो डाइट" के नाम से जाना जाता है। कीटो डाइट में फैट का सेवन ज़्यादा, प्रोटीन का मीडियम और कार्बोहाइड्रेट का कम सेवन किया जाता है। इस डाइट में लगभग 70 प्रतिशत फैट, 25 प्रतिशत प्रोटीन और 5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होता है। यह शरीर के फैट को बर्न करने में बहुत प्रभावी होती है, इससे तेजी से वजन कम हो जाता है और यह एनर्जी भी प्रदान करती है। इसके अलावा कीटो डाइट लेने से आपकी स्किन भी ग्लोइंग होती है।
यह डाइट पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ वेट लॉस करने में भी मदद करती है। फ्लेक्सिटेरियन नाम 'फ्लेक्सिबल' और 'वेजिटेरियन' को मिलाकर दिया गया है। यह वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन डाइट का मिला-जुला रूप है। फ्लेक्सिटेरियन डाइट में इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि आप ज्यादा से ज्यादा वेजिटेरियन लें और मीट का सेवन कम करें। इस डाइट में मीट को पूरी तरह से छोड़ने की बजाए वेजिटेरियन लेने पर जोर दिया जाता है। इस डाइट में किसी तरह के भोजन को खाने की मनाही नहीं है, इसलिए हेल्दी डाइट वाले लोगों के बीच यह काफी फेमस है। फ्लेक्सिटेरियन डाइट को आसानी से फॉलो किया जा सकता है।
वजन कम करने के लिए महिलाएं कई तरीके अपनाती हैं। उनमें से एक इंटरमिटेंट फास्टिंग है। इसे 2020 में सबसे ज्यादा पसंद किया गया था। वजन कम करने के लिए यह काफी प्रभावी होता है और इससे आपके शरीर पर कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है। इस डाइट के दौरान आपको लगभग 16-20 घंटे तक फास्ट में रहना होता है। वजन कम करने की इस डाइट को अपनाने से आप थोड़े समय भूखे रहेंगे तो थोड़े समय खाएंगें। आपको पूरे समय भूखा रहने की जरूरत नहीं पड़ती है। इस फास्टिंग में यह बात सबसे जरूरी होती है कि आप ज्यादा से ज्यादा समय तक कुछ न खाएं। इस डाइट से सूजन कम करने, शरीर में फैट के भंडार को कम करने, कैंसर से लड़ने, कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज के लेवल को कम करने में मदद मिलती है।
डाइट का एक ऐसा ट्रेंड जो फूट ग्रुप्स जैसे कि ताजे फल और सब्जियां, बीज और नट्स, लीन मीट, ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर मछली और अनप्रोसेस्ड ऑयल पर फोकस है। इस डाइट को लेने के दौरान अनाज, फलियां, डेयरी, प्रोसेस्ड फूड, नमक, प्रोसेस्ड शुगर से बचें। यह डाइट वजन घटाने, भूख कम करने, ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है।
एक ऐसी डाइट जिसमें उन सभी उत्पादों को लेने से बचा जाता है जो मीट, अंडे और सभी डेयरी प्रोडक्ट्स से प्राप्त होते हैं, लेकिन सभी प्रकार के फलों, सब्जियों, अनाज, फलियां, नट और बीज का इस्तेमाल किया जाता है। इस डाइट को लेने पर हेल्दी रहने के लिए अपनी डाइट में सभी प्रकार के आहारों को शामिल करने और प्रोटीन और पोषक तत्वों की अधिकतम मात्रा शामिल करने का प्रयास किया जाता है। इस डाइट में एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाना शामिल होता है, जो क्रोनिक बीमारी को होने से रोकता है। यह ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों से भी बचाता है और आपके दिल और शरीर को हेल्दी रखता है। इसमें कोलेस्ट्रोल बिल्कुल नहीं होता है और संतृप्त फैट भी काफी कम होता है।
वॉल्यूमेट्रिक डाइट एक प्रकार से डाइट करने की प्लानिंग है जिसे डॉक्टर बारबरा रोल्स, पीएचडी द्वारा विकसित किया गया है। ये डाइट प्लान पूरी तरह से फूड्स की एनर्जी पर फोकस होता है। इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इसलिए इसमें ढेर सारे पानी और फाइबर से भरपूर फूड्स को शामिल किया जाता है।
डैश डाइट एक साधारण डाइट की तरह ही है। इस डाइट में शुगर, फैट और जंक फूड को कंट्रोल में रखा जाता है। इस डाइट में फल, सब्जियां, नट्स, कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट, मछली, मीट, बीन्स आदि का सेवन किया जाता है जो विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर हो। इसके अलावा ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए डैश डाइट में नमक और कम तेल वाले भोजन का सेवन किया जाता है। डैश डाइट प्लान में रोजाना 2300 मिलीग्राम तक सोडियम का सेवन करना होता है।
खाने का एक ऐसा पैटर्न, जिसमें आप किसी भी फूड आइटम से बचते हैं जिसमें ग्लूटेन होता है जैसे कि गेहूं, राई, जौ लेकिन इसके अलावा आप ताजे फल, सब्जियां, मछली, सभी डेयरी प्रोडक्ट, बीज, नट्स, आटे का आनंद ले सकते हैं, इसमें कोई ग्लूटेन मौजूद नहीं है। शरीर के फैट के भंडार को कम करने में मदद करता है, सूजन, कब्ज, शरीर की इम्यून सिस्टम में सुधार करता है।
2020 में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वालेे इन डाइट ट्रेंड्स को फॉलो करके आप भी अपना वजन तेजी से कम कर सकती हैं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।