
Tula Varshik Rashifal 2026: वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार सेवा, मुक़दमे, प्रतियोगिता और स्वास्थ्य से जुड़े क्षेत्र में ग्रह स्थिति आपको कर्मठ बनाते हुए कई पुरानी उलझनों को सुलझाने की ओर ले जाएगी। वर्ष के मध्य से भाग्य, करियर और सार्वजनिक छवि पर गुरु की अनुकूल दृष्टि बढ़ेगी, जिससे सम्मान और उपलब्धियाँ मिल सकती हैं। वर्षांत में राहु–केतु का परिवर्तन घर, पद और दिशा -तीनों स्तर पर गहरा निर्णय करवाते हुए आपको सचमुच अपनी राह चुनने के लिए प्रेरित करेगा।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में इस वर्ष लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। कार्यभार, अनियमित भोजन और अधिक सामाजिक व्यस्तता से वर्ष के आरम्भिक हिस्से में कमर, कंधे, गुर्दे तथा त्वचा से सम्बन्धित शिकायत उभर सकती हैं। पुरानी आदतें यदि बदली नहीं तो शारीरिक असंतुलन मानसिक चिड़चिड़ापन भी बढ़ा सकता है। वर्ष के मध्य से जैसे ही आप नियमित सैर, हल्के योगाभ्यास, पर्याप्त पानी और मीठे कम उपयोग की आदत अपनाएं, शरीर हल्का महसूस होने लगेगा। वर्षांत तक जो तुला जातक अनुशासन पकड़े रहेंगे, वे स्वयं को पहले से कहीं अधिक चुस्त और सहज पाएंगे।
व्यापारियों के लिए यह वर्ष समझौते, अनुबंध और सहयोगी संगठनों के साथ सम्बन्ध मजबूत करने का है। शुरुआत में सेवा, स्वास्थ्य, सफाई, भोजन, वस्त्र, कानून, सलाह, डिज़ाइन या संतुलन से जुड़े व्यवसायों में कार्यभार बढ़ेगा, परन्तु धीरे-धीरे स्थिरता आएगी। वर्ष के मध्य से बड़े ग्राहकों, सरकारी आदेश, नामी संस्थान या किसी प्रभावशाली व्यक्ति से जुड़ने का अवसर मिल सकता है, जिसके लिए तैयार रहना होगा। वर्ष के उत्तरार्ध में विदेश, अन्य नगर या किसी बड़े समूह के साथ साझेदारी पर विचार होगा; वहाँ पारदर्शी दस्तावेज़, लिखित शर्तें और अपनी सीमाएं स्पष्ट रखना अत्यंत आवश्यक रहेगा।
राशिफल 2026 के अनुसार वर्ष के आरम्भ में कार्यस्थल पर विवाद, नियमों की सख्ती, विभागीय जांच या प्रतिस्पर्धा जैसी स्थितियां सामने आ सकती हैं, जहाँ आपको संतुलित और तथ्यपरक रुख अपनाना होगा। जो लोग स्वास्थ्य, क़ानून, प्रशासन, सौन्दर्य-उद्योग, परामर्श या समन्वय कार्य से जुड़े हैं, उनके लिए यह समय विशेष सक्रिय दिखता है। वर्ष के मध्य से उच्च अधिकारियों का भरोसा बढ़ने पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और पद–वृद्धि के संकेत हैं। साल के अंत की ओर कुछ तुला जातक को न्याय, नीति-निर्माण, प्रबंधन या विदेश से जुड़े दायित्व मिलने की सम्भावना भी बनती है।
वर्ष के शुरुआती चरण में दवाओं, मुकदमों, पुरानी देनदारी, सेवक वर्ग और रोजमर्रा के प्रबंधन पर खर्च बढ़ सकता है। यदि आप समय रहते बजट बनाकर अनावश्यक दिखावटी ख़र्च घटा देंगे तो आर्थिक दबाव काफी घट जाएगा। वर्ष के मध्य से पद में सुधार, नए अनुबंध या बड़े उद्देश्यों पर काम करने से आय में क्रमश वृद्धि के योग बनेंगे। वर्षांत तक धीरे-धीरे बचत, बीमा, पेंशन, फंड या सोना–चाँदी जैसे साधनों में सोच-समझकर निवेश करने से भविष्य सुरक्षित महसूस होगा।

वर्ष के आरम्भिक भाग में कुछ जातकों के जीवन में कार्यस्थल, अदालत, चिकित्सा, किसी सामाजिक संस्था या सेवा-कार्य के माध्यम से कोई विशेष व्यक्ति प्रवेश कर सकता है। पहले से चल रहे संबंधों में बराबरी, सम्मान और संवाद का अभाव हो तो बार-बार खींचतान महसूस होगी। वर्ष के मध्य में आप स्पष्ट कर पाएँगे कि किस रिश्ते में अपना समय और भावनाएँ लगानी हैं, किससे दूरी रखनी है। वर्षांत के दौरान सच्चे और संतुलित सम्बन्ध की ओर कदम बढ़ाने वाले तुला जातकों के लिए स्थायी, परिपक्व प्रेम की राह खुल सकती है।
दांपत्य जीवन में न्यायपूर्ण व्यवहार की भूमिका रहेगी। विवाहित जातकों को वर्ष की शुरुआत में पति–पत्नी के बीच काम का बँटवारा, स्वास्थ्य सम्बन्धी निर्णय, बच्चों की दिनचर्या और परिजनों के साथ व्यवहार को लेकर स्पष्ट नियम बनाने पड़ सकते हैं। जो जोड़े शांत भाव से बैठकर चर्चा करेंगे, उनका सम्बन्ध और मजबूत होगा। वर्ष के मध्य से जीवनसाथी की नौकरी, सम्मान या पद में सुधार के योग हैं, जिससे घर की स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
इस वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार तुला जातक इस वर्ष परिवार में सुलह कराने वाले के रूप में सामने आ सकते हैं। वर्ष की शुरुआत में घर के काम, बड़े-बुज़ुर्गों की सेहत, नौकर–चाकर या मकान–संबन्धी व्यवस्था पर कई बार एक–दूसरे से मतभेद हो सकते हैं। आपकी शांत, तर्कपूर्ण और सहानुभूतिपूर्ण भाषा बहुत काम आएगी। वर्ष के मध्य में परिवार के साथ किसी सामूहिक सेवा–कार्य, तीर्थयात्रा, योग–शिविर, सांस्कृतिक आयोजन या सामूहिक पाठ में भाग लेने के योग हैं, जो आपसी विश्वास बढ़ाएँगे। वर्षांत में किसी सदस्य की शिक्षा, पद, विवाह या सम्मान से घर की प्रतिष्ठा बढ़ने और परिजनों के साथ मिलकर उत्सव मनाने के सुखद अवसर मिल सकते हैं।
प्रत्येक शुक्रवार सफ़ेद पुष्प या इत्र महालक्ष्मी या किसी स्त्री–देवता के चरणों में अर्पित करें, तथा “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जप करें।
शनिवार को तिल युक्त रोटी, काली चने की दाल या सरसों का तेल किसी श्रमिक या वृद्ध व्यक्ति को दें और कठोर वचन बोलने से बचें।
गुरुवार को पीले कपड़े में हल्दी या चने की दाल बांधकर किसी धर्म स्थान में रखें, तथा जीवन में कम-से-कम एक विद्यार्थी की निस्वार्थ सहायता करें।
गणेश जी का नियमित स्मरण करें, प्रतिदिन थोड़ी देर “ॐ गं गणपतये नमः” का जप कर सभी कार्यों की शुरुआत करें।
रोज़ शाम के समय घर के मध्य भाग में दीपक जलाकर परिवार सहित छोटी आरती करें, सप्ताह में एक दिन हल्का व्रत रखकर मौन या कम बोलने का अभ्यास करें। किसी भी रत्न, कवच या विशेष अनुष्ठान से पहले अपनी जन्म कुंडली अवश्य दिखाएँ।
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यह वार्षिक राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है और यह चंद्रमा के नक्षत्र तथा राशि में होने वाले गोचर के सूक्ष्म विश्लेषण से तैयार किया गया है। यह जानकारी आचार्य नीरज धनकर, फाउंडर और सीईओ, Astro Zindagi द्वारा वेरीफाई की गई है।
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