गणेश चतुर्थी जो इस साल 27 अगस्त को मनाई जाएगी। इन दिनों पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग तरह के प्रसाद का भोग लगाया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा मोदक का प्रसाद चढ़ाया जाता है। लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि गणपति बप्पा को सबसे ज्यादा मोदक पसंद होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर भगवान गणेश को मोदक का भोग ही क्यों लगाया जाता है? आइए पंडित जन्मेश द्विवेदी जी से जानते हैं इसके पीछे की धार्मिक और पौराणिक मान्यताएं क्या हैं?
शास्त्रों में मोदक को ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक माना गया है। मोदक का गोल आकार पूर्णता और सुख-समृद्धि को दर्शाता है। मान्यता है कि मोदक खाने से शरीर और मन दोनों को ऊर्जा मिलती है। साथ ही, यह शुद्ध दूध से तैयार किया जाता है। ऐसे में भगवान को यह अती प्रिय होते हैं। साथ ही, लोगों को भी इसका प्रसाद अच्छा लगता है। साथ ही, इसे बनाने के लिए किसी भी चीज का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसे शुद्धता के साथ भी बनाया जाता है। इसलिए गणपति बप्पा को प्रसाद चढ़ाया जाता है।
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गणपति बप्पा को मोदक के प्रसाद का भोग लगाने से पहले जरूरी है कि आप भी इन बातों का ध्यान रखें। इससे आपको भी सही जानकारी हो जाएगी कि बप्पा को मोदक का भोग क्यों लगाया जाता है। साथ ही, इसके पीछे की महत्वता क्या है।
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