द्वारकाधीश भगवान की आंखें क्यों है बंद?

भगवान श्रीकृष्ण को ही द्वारकाधीश कहा जाता है। इनकी पूजा द्वारका, गुजरात में मुख्य रूप से किया जाता है। यह मंदिर विश्व के सबसे प्राचीन और पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक माना जाता है।

 
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(lord dwarkadhish) द्वारकाधीश मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में गुजरात के राजा भोज ने करवाया था। ऐसा माना जाता है कि मंदिर का निर्माण भगवान कृष्ण की इच्छा से ही हुआ था। मंदिर का मरम्मत 16वीं शताब्दी में मुगल सम्राट अकबर ने करवाया था। द्वारकाधीश मंदिर चार धाम में से एक है। यह भगवान कृष्ण का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। बात दें, मंदिर कृष्ण लीला से जुड़े कई महत्वपूर्ण घटनाओं का स्थल भी माना जाता है। वहीं भगवान श्रीकृष्ण के अलग-अलग स्वरूप की पूजा विभिन्न जगहों पर की जाती है। जगन्नाथ पुरी में भगवान श्रीकृष्ण की आंखें बड़ी-बड़ी हैं। बात करें, भगवान द्वारकाधीश की तो उनकी आंखें बंद क्यों हैं। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

द्वारकाधीश भगवान की आंखें क्यों है बंद?

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द्वारिकाधीश भगवान की बंद आंखें प्रेम का प्रतीक मानी जाती है। प्रेम दृष्टि से परे है, और द्वारकाधीश भगवान अपने भक्तों पर असीम प्रेम बरसाते हैं।
द्वारकाधीश भगवान ध्यान की मुद्रा में हैं। उनकी बंद आंखें भक्तों को ध्यान केंद्रित करने के बारे में बताती है।
द्वारकाधीश भगवान की आंखें बंद होना एक रहस्य है। जो महानता को भी दर्शाता है।

द्वारकाधीश भगवान की आंखें बंद होने की पौराणिक कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण द्वारका में राज कर रहे थे। एक दिन, उन्हें सूचना मिली कि उनके प्रिय भक्त सुदामा गरीबी में जीवन जी रहे हैं। भगवान कृष्ण सुदामा से मिलने गए। सुदामा उन्हें देखकर बहुत खुश हुए और उन्हें अपने घर ले गए। सुदामा के घर में कुछ भी नहीं था, यहां तक कि भोजन भी नहीं था। सुदामा की पत्नी ने चावल के कुछ दाने पिसकर भगवान कृष्ण को खिलाए। भगवान कृष्ण बहुत प्रसन्न हुए और सुदामा को असीम धन और समृद्धि दी।

जब भगवान कृष्ण द्वारका वापस लौट रहे थे, तो उन्होंने सोचा कि उन्होंने सुदामा की गरीबी देखकर अपनी आंखें बंद कर लीं। उन्हें यह सोचकर दुख हुआ कि उनके प्रिय भक्त को ऐसी स्थिति में रहना पड़ा। इसलिए, उन्होंने निश्चय किया कि वह कभी भी किसी को गरीब नहीं देखेंगे। और इसलिए, उन्होंने अपनी आंखें हमेशा के लिए बंद कर लीं।

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द्वारकाधीश भगवान के बारे में रोचक बातें

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  • द्वारकाधीश भगवान को शंख, चक्र, गदा और पद्म धारण किए हुए चार-भुजा रूप में दर्शाया जाता है।
  • भगवान कृष्ण ने द्वारका को अपनी राजधानी बनाया था।
  • द्वारकाधीश भगवान को प्रेम, सौंदर्य, संगीत और नृत्य का देवता माना जाता है।

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  • द्वारकाधीश भगवान की पूजा करने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।

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Image Credit- dwarkadhishtempleofficial

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