Astrology tips | रक्षाबंधन का पर्व भाई और बहन के प्रेम के रिश्ते को मजबूत करने का एक ख़ास पर्व होता है और इस दौरान बहनें अपने भाइयों की कलाई में राखी के रूप में रक्षा का सूत्र बांधती हैं, वहीं भाई उनकी रक्षा का वचन लेते हैं।
बहनों के द्वारा बांधी गई राखी भाई को हर एक बुरी शक्ति से बचाने के साथ उसे सफलता का शुभाशीष भी प्रदान करती है। रक्षाबंधन में यदि आप राखी के साथ भाइयों की कलाई में कलावा बांधती हैं तो वो भी बहुत शुभ माना जाता है।
दरअसल कलावा बांधने से इसके प्रभाव से किसी को भी संपूर्ण सुरक्षा मिलती है। कलावा को ज्योतिष में एक ऐसे पवित्र धागे के रूप में देखा जाता है जिससे आपके शरीर को कई सकारात्मक ऊर्जाएं मिलती हैं। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें भाई की कलाई में कलावा बांधने का महत्व क्या है।
किसी की भी कलाई में कलावा बांधना एक प्रतीकात्मक और पारंपरिक अनुष्ठान है जो हिंदू संस्कृति में गहरा महत्व रखता है। खासतौर पर रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाइयों और बहनों के बीच के बंधन का जश्न मनाता है और कलावा बांधना सुरक्षा, प्रेम और आजीवन समर्थन के वादे का प्रतीक माना जाता है। इस दिन कलावा बांधने का महत्व कई गुना तक बढ़ जाता है।
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यदि बहनें रक्षाबंधन के दिन या किसी भी अन्य अवसर पर भाई की कलाई में कलावा बांधती हैं तो ऐसा माना जाता है कि कलावा में सुरक्षात्मक और शुभ गुण होते हैं। इसे भाई की कलाई पर बांधना बहन की अपने भाई की भलाई, सुरक्षा और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा की कामना का प्रतीक माना जाता है।
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यदि आप भाई के हाथ में कलावा बांधती हैं तो ये उसके जीवन के लिए भी फलदायी माना जाता है। इससे भाई को सुरक्षा का आशीष मिलता है और करियर में भी सफलता मिलती है।
रक्षाबंधन के दिन जब एक बहन अपने भाई की कलाई पर कलावा बांधती है तो यह उनके बीच प्यार और विश्वास के बंधन को दर्शाता है। यह हमेशा उसके साथ खड़े रहने और समर्थन देने की उसकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों।
कलावा बांधने की क्रिया के साथ बहन अपने भाई की समृद्धि, सफलता और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना और आशीर्वाद भी देती है। यह सकारात्मक ऊर्जा का आह्वान करने और उसे अपनी शुभकामनाएं देने का एक तरीका है।
भाई आमतौर पर अपनी बहन को उपहार देता है जो उसके प्रेम का प्रतीक होता है। साथ ही उसकी रक्षा और समर्थन करने का वादा भी करता है।
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किसी भी पूजा-पाठ के समापन के समय हाथों में कलावा बांधने की प्रथा काफी लंबे समय से चली आ रही है। यही नहीं जब हम किसी पवित्र स्थान पर जाते हैं तब भी हाथों में कलावा बांधा जाता है जिससे आपको सुरक्षा मिले।
यह नहीं जब किसी पवित्र स्थान पर आप कलावा बांध कर आते हैं तब इसे मनोकामनाओं की पूर्ति का संकेत माना जाता है। यदि कलावा के रंग की बात की जाए तो पीले और लाल रंग के कलावा का सबसे ज्यादा महत्व होता है।
अगर आप भाई के हाथ में कलावा बांध रही हैं तो आपको इसे हमेशा दाहिने हाथ में बांधना चाहिए। यदि आप रक्षाबंधन में राखी के साथ कलावा बांध रही हैं तो इसे कम से कम एक महीने जरूर बांधकर रखें।
इससे भाई और बहन के बीच का बंधन मजबूत होता है। ऐसी मान्यता है कि कलावा बांधने से शरीर के सभी चक्र नियंत्रित होते हैं और यह शरीर का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
अगर आप अपने भाई की कलाई में राखी के साथ कलावा बांधती हैं तो ये आपके जीवन में भी समृद्धि के द्वार खोलने में मदद करता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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