Shattila Ekadashi 2024 Vrat Katha: षट्तिला एकादशी की व्रत कथा जानें

Shattila Ekadashi Vrat Katha 2024: हिन्दू धर्म में कई एकादशी आती हैं, जिनमें से एक है षट्तिला एकादशी।आइए जानते हैं कि षट्तिला एकादशी क्‍यों होती है इतनी महत्‍वपूर्ण । 

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Shattila Ekadashi Vrat Katha 2024: हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती हैं। इन्हीं में से एक है माघ माह के कृष्ण पक्ष की षट्तिला एकादशी। हिंदू धर्म में इसका बहुत अधिक महत्‍व है। षट्तिला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। साथ ही, इस एकादशी की व्रत कथा पढ़ने से भगवान विष्णु का सानिध्य प्राप्त होता है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं षट्तिला एकादशी की व्रत कथा के बारे में।

षट्तिला एकादशी की व्रत कथा (Shattila Ekadashi Vrat Katha 2024)

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पौराणिक कथा के अनुसार, पृथ्वी पर एक ब्राह्मणी का निवास हुआ करता था। वह ब्राह्मणी बहुत आदर्शवादी, सत्कर्म करने वाली और परम विष्णु भक्त थी। ब्राह्मणी हमेशा पुण्य कर्म करती रहती थी लेकिन उसने जीवन में कभी भी अन्न दान नहीं किया था।(हिंदू धर्म के पांच महा दान)

एक बार भगवान विष्णु उस ब्राह्मणी के उद्धार हेतु पृथ्वी पर आए और उससे भिक्षा मांगी लेकिन ब्राह्मणी ने उन्हें भी मिट्टी का पिंड दे दिया लेकिन अन्न दान में नहीं दिया। अपनी मृत्यु के आबाद जब ब्राह्मणी वैकुथ पहुंची तो उसे वहां एक हाली कुटिया दिखी।

ब्राह्मणी खाली कुटिया को देख क्र बहुत निराश हुई और उसने भगवान विष्णुसे जाकार पूछा कि जिंदा रहते हुए इतने पुण्य कर्म करने के बाद भी खाली कुटिया उसे क्यों मिली। तब भगवान विष्णु ने उसे बताया कि उसने जीवन में एक बार भी अन्न दान नहीं किया था।

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इसी कारण से उसकी कुटिया खाली रह गई। इसका उपाय भी भगवान विष्णु ने उसे बताया और कहा कि जब उसे लेने स्वर्ग की देवियां आएंगी तब वह उनसे माघ माह में आने वाली एकादशी के बारे में जानें, उसका व्रत रखे और पिर्थ्वी पर जाकर जीवों में अन्न का दान करे।

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ब्राह्मणी ने ऐसा ही किया और जब वह लौटकर भगवान विष्णु के धाम आई तो वहां मौजूद कुटिया अन्न और तिल से भरी हुई थी। यही कारण है कि इस एकादशी का नाम षट्तिला एकादशी पड़ा और इसी कारण से इस एकादशी पर अन्न और तिला के दान का बहुत महत्व है।

अगर आप भी एकादशी के व्रत रखती हैं तो इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से माघ माह की पहली एकादशी यानी कि षटतिला एकादशी की व्रत कथा जान लें। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

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