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नवरात्रि में नवपत्रिका पूजा में 9 पत्तियों का क्या है महत्व?

नवपत्रिका पूजा हिंदू धर्म में एक विशेष पूजा है। यह खासकर नवरात्रि के दौरान की जाती है। इस पूजा में नौ अलग-अलग पेड़ों की पत्तियों का एक गुच्छा, जिसे नवपत्रिका कहा जाता है, माता दुर्गा को अर्पित किया जाता है। यह पूजा मुख्य रूप से बंगाल, असम और ओडिशा में प्रचलित है।
Editorial
Updated:- 2024-10-02, 23:00 IST

हिंदू धर्म में नवपत्रिका पूजा का विशेष महत्व है। यह पर्व विशेष रूप से बंगाल, असम और ओडिशा में प्रचलित है। यह पूजा खासकर नवरात्रि के दौरान की जाती है। जिसमें नौ अलग-अलग पेड़ों की पत्तियों को एक गुच्छा में बांधा जाता है। जिसे नवपत्रिका कहा जाता है। उसके बाद इसे मां दुर्गा को चढ़ाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति पूरे नौ पत्तियों को पूरी श्रद्धा और शुद्धता के साथ बांधकर माता रानी को अर्पित करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। साथ ही नजरदोष से भी छुटकारा मिल जाता है। अब ऐसे में नवरात्रि के दौरान नवपत्रिका पूजा में कौन-कौन से नौ पत्तियों का गुच्छा बनाया जाता है। सभी पत्तों का महत्व क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

नवपत्रिका पूजा में 9 पत्तियों का महत्व

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नौ पत्ते मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रत्येक पत्ता मां दुर्गा के एक विशिष्ट रूप की शक्ति और विशेषताओं को दर्शाता है। इन पत्तों को पवित्र माना जाता है और इन्हें मां दुर्गा को अर्पित किया जाता है। ये पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक हैं। ये पत्ते शक्ति और उर्जा का भी प्रतीक हैं। माना जाता है कि इन पत्तों में मां दुर्गा की दिव्य शक्ति निहित होती है। नवपत्रिका पूजा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं। इस पूजा को करने से भक्तों को सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य प्राप्त होता है। यह पूजा बुरी शक्तियों से रक्षा करने में भी सहायक होती है।

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  • केले का पत्र - केले के पत्ता शुद्धता और पवित्रता का प्रतिक है।
  • दारूहलदी पत्र - दारूहलदी पत्र शक्ति और उर्जा का प्रतीक है।
  • हल्दी पत्र - हल्दी पत्र शुभता, समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक है।
  • जयंती पत्र - जयंती पत्र शुभता और कामता का प्रतीक है।
  • बेल पत्र - बेलपत्र शांति और शक्ति का प्रतीक है।
  • अनार पत्र - अनार पत्र ज्ञान प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक है।
  • अशोक पत्र - अशोक पत्र शुद्धता सत्य और जीत का प्रतीक है।

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  • धान पत्र- धान पत्र समृद्धि का प्रतीक है।
  • अमलतास पत्र - अमलतास पत्र आशा, उल्लास, सौंदर्य, ऊर्जा आशा, उल्लास, सौंदर्य, ऊर्जा का प्रतीक है।

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Image Credit- HerZindagi

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