Govardhan puja 2025 date kab hai shubh muhurat

Govardhan Puja Shubh Muhurat 2025: कल है गोवर्धन पूजा, यहां जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

Govardhan Puja Shubh Muhurat 2025: दिवाली के बाद अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस साल गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर को पड़ रही है। ऐसे में आइये जानतें हैं क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व?
Editorial
Updated:- 2025-10-21, 16:28 IST

गोवर्धन पूजा का धार्मिक महत्व यह है कि यह भगवान कृष्ण द्वारा इंद्र के अहंकार को तोड़ने और गोवर्धन पर्वत को उठाकर ब्रजवासियों तथा गौवंश की रक्षा करने की घटना से जुड़ा है, इसलिए इस दिन प्रकृति, पर्वत और गौ माता की पूजा की जाती है। ज्योतिषीय दृष्टि से, यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को आता है और इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा करके अन्नकूट का भोग लगाने से कुंडली में चंद्र और शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं जिससे व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है, धन-धान्य और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में आइये जानते हैं गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

गोवर्धन पूजा कब है? (Govardhan Puja Kab Hai 2025)

गोवर्धन पूजा का त्‍योहार हमेशा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की परेवा को मनाया जाता है। इस बार अमावस्‍या की तिथि लंबी पड़ रही है और दिवाली दो दिन मनाई जा रही है। हालांकि, लक्ष्‍मी पूजन 20 की रात्रि को ही होगा। पंडित जी कहते हैं," इस पर्व की उदया तिथि 22 अक्‍टूबर को है। चंद्रमा के उदय से पूर्व यह पर्व 21 को भी मनाया जा सकता है, मगर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 22 अक्‍टूबर का ही आ रहा है। दरअसल, इस पर्व को चंद्रमा के उदय से पहले ही मनाना चाहिए।"

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kab hai govardhan puja

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त

22 अक्‍टूबर को सुबह 6 बजकर 25 मिनट से शुरु होकर सुबह 8 बजकर 40 मिनट तक आप पूजा कर सकती हैं। वहीं शाम को 3 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर 5 बजकर 45 मिनट तक इस पूजा को करने का शुभ मुहूर्त रहेगा।

गोवर्धन की पूजा के शुभ मुहूर्त को लेकर नियम

  • गोवर्धन पूजा हर बार परेवा के दिन ही मनाई जाती है। यह दिवाली के दूसरे दिन पड़ती है, मगर सूर्यास्त के बाद यदि प्रतिपदा पड़ रही है, तो पर्व को एक दिन पहले मनाया जाता है। वहीं प्रतिपदा सूर्योदय के समय पड़ रही है तो गोर्वधन पूजा उसी दिन होती है।
  • इस दिन गोबर से श्री कृष्‍ण के गोवर्धन स्‍वरूप को बनाया जाता है और फूलों से सजा कर उनकी पूजा की जाती है। इसके साथ ही इस दिन अन्नकूट का भोग लगाया जाता है।
  • इस दिन भगवान विश्‍वकर्मा की भी पूजा की जाती है। कई लोग अपने काम के स्थान पर औजारों और अन्‍य चीजों की पूजा करते हैं।

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FAQ
गोवर्धन पूजा के दिन क्या दान करें?
चिड़चिड़ी, बांस का पत्ता और गाय का गोबर किसी निर्माण कार्य के लिए दान करना शुभ माना जाता है।
गोवर्धन पूजा के दिन किस मंत्र का जाप करें?
गोवर्धन पूजा के दिन 'गोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक, विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव' मंत्र का जाप करें।
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