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आज पितृपक्ष की गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन करें ये उपाय, गणपति के साथ पितरों का मिलेगा आशीर्वाद

आज गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश और पितरों का एक साथ आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं। आज के दिन की गई पूजा और उपाय दोनों की कृपा प्राप्त करने में मदद करते हैं।  
Editorial
Updated:- 2025-09-10, 15:45 IST

सितंबर महीने में पड़ने वाले पितृपक्ष के दौरान गणेश संकष्टी चतुर्थी का आना एक बहुत ही शुभ संयोग है। इस साल सितंबर की गणेश संकष्टी चतुर्थी 10 सितंबर यानी कि आज के दिन ही है। आज के दिन भगवान गणेश और पितरों का एक साथ आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं। आज के दिन की गई पूजा और उपाय दोनों की कृपा प्राप्त करने में मदद करते हैं। ऐसे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं सितंबर की गणेश चतुर्थी के विशेष उपायों के बारे में।

गणेश संकष्टी चतुर्थी पर करें ये उपाय

गणेश जी की पूजा: गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और लाल रंग के कपड़े पहनें। इसके बाद, भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठकर पूजा करें। उन्हें मोदक, लड्डू, दूर्वा घास और लाल फूल चढ़ाएं। गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करने से विशेष लाभ मिलता है।

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पितरों का स्मरण: गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करने के बाद, अपने पितरों का ध्यान करें। उनके नाम से एक दीपक जलाएं, तिल के तेल का दीपक जलाना शुभ रहेगा और उनसे अपनी मनोकामनाएं पूरी करने का आशीर्वाद मांगें।

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तिल और गुड़ का भोग: गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी को तिल और गुड़ से बने लड्डू का भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है। भोग लगाने के बाद, इन लड्डुओं को प्रसाद के रूप में परिवार के सदस्यों और जरूरतमंदों में बांट दें।

पीपल की पूजा: गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे एक दीपक जलाएं। यह दीपक तिल के तेल का होना चाहिए। पीपल के पेड़ को पितरों का निवास स्थान माना जाता है, इसलिए ऐसा करने से गणेश जी के साथ-साथ पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है।

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दान-पुण्य: गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन, वस्त्र या पैसे का दान करना बहुत लाभकारी होता है। दान देने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।

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नमक और तेल का त्याग: गणेश संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत रखें। व्रत के दौरान नमक और तेल का सेवन न करें। केवल फल, दूध और सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।

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image credit: herzindagi 

FAQ
गणेश जी का प्रिय रंग कौन सा है?
गणेश जी का प्रिय रंग हरा है।
गणेश जी की आरती का सबसे शुभ समय कौन सा है?
गणेश जी की आरती का सबसे शुभ समय 'अमृत काल' है।
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