(february panchak 2024 date time and rules) सनातन धर्म में हर महीने में कुल ऐसे पांच दिन होते हैं, जब ये सभी नक्षत्रों का आपस में मेल होता है। इसे शुभ नहीं माना जाता है। इन नक्षत्रों में घनिष्ठा, शताभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद रेवती नक्षत्र शामिल है। इस दौरान किसी भी शुभ काम को करने की मनाही होती है। अब ऐसे में फरवरी माह में कब से पंचक लगने जा रहा है। इसका समय क्या है और इतस दौरान किन नियमों का पालन करना चाहिए। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से पंचक लगने जा रहा है। वहीं दिनांक 10 फरवरी से पंचक लगने जा रहा है। यह शनिवार (शनिवार मंत्र) के दिन लगेगा। पंचक का आरंभ सुबह 10 बजकर 02 मिनट पर हो रहा है। वहीं यह शनिवार के दिन से शुरू हो रहा है। जिसके कारण इसे मृत्यु पंचक कहा जाता है। इस दौरान मृत्यु के समान कष्ट का अशुभ योग बनता है।
यह पंचक शनिवार के दिन लगने जा रहा है। जिसके कारण इसे मृत्यु पंचक कहा जा रहा है। यह शतभिषा, रेवती, उत्तर भाद्रपद और धनिष्ठा में से किसी एक नक्षत्र में लगता है । जिससे मृत्यु पंचक लगता है।
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