dev uthani ekadashi  ki puja vidhi

Dev Uthani Ekadashi Shubh Muhurat 2023: कब है देव उठनी एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Dev Uthani Ekadashi 2023 Shubh Muhurat: पंचांग के अनुसार, साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती हैं। इन्हीं में से एक है देव उठनी एकादशी। शास्त्रों में देव उठनी एकादशी का स्थान और भी अधिक महत्वपूर्ण माना गया है।  
Updated:- 2023-11-22, 10:39 IST

Dev Uthani Ekadashi 2023 Date And Shubh Muhurat: हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत महत्व माना जाता है। पंचांग के अनुसार, साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती हैं। इन्हीं में से एक है देव उठनी एकादशी।

देव उठनी एकादशी का स्थान और भी अधिक महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि इस दिन देव जाग जाते हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं देव उठनी एकादशी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में। 

कब है देव उठनी एकादशी 2023? (Kab Hai Dev Uthani Ekadashi 2023)

dev uthani ekadashi  ki tithi

दिवाली के 11 दिन बाद कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देव उठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। देव उठनी एकादशी तिथि का आरंभ 22 नवंबर, दिन बुधवार (बुधवार को ही क्यों होती है गणेश पूजा) को रात 11 बजकर 3 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन 23 नवंबर, दिन गुरुवार को रात 9 बजकर 1 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, देव उठनी एकादशी 23 नवंबर को मनाई जाएगी। वहीं, व्रत पारण 24 नवंबर को सुबह 6 से 8 बजे के बीच होगा। 

यह भी पढ़ें: Dev Uthani Ekadashi 2023: देवउठनी एकादशी के दिन इस विधि से करें भगवान विष्णु की पूजा, सौभाग्य की होगी प्राप्ति

देव उठनी एकादशी 2023 शुभ मुहूर्त (Dev Uthani Ekadashi Shubh Muhurat 2023) 

देव उठनी एकादशी के दिन सिद्धि योग ब्रह्म मुहूर्त से लेकर सुबह 11 बजकर 55 मिनट तक है। वहीं, रवि योग सुबह 6 बजकर 50 मिनट से 5 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा, सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण पूरे दिन के लिए होगा। ऐसे में पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 41 मिनट से 8 बजकर 52 मिनट तक का है। इस अवधि में पूजा करना शुभ और लाभकारी सिद्ध होगा। 

यह विडियो भी देखें

यह भी पढ़ें: Lord Vishnu: भगवान विष्णु ने क्यों किये थे ये 8 भयंकर छल

देव उठनी एकादशी 2023 महत्व (Dev Uthani Ekadashi 2023 Mahatva) 

dev uthani ekadashi  ki puja

देवउठनी एकादशी को देवोत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इसी एकादशी को भगवान विष्णु (भगवान विष्णु के मंत्र) समेत सभी देव जागते हैं और शुभ कार्यों की भी शुरुआत हो जाती है। देव उठनी एकादशी के दिन पूजा-पाठ और व्रत करने से भगवान विष्णु की कृपा मिलती है और मांगलिक कार्य बिना किसी बाधा के पूर्ण हो जाते हैं। 

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से देव उठनी एकादशी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में जान सकते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।  

image credit: shutterstock

FAQ
देव उठनी एकादशी क्या करें?
एकादशी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान व ध्यान करके व्रत का संकल्प लेना चाहिए और पितरों के नाम का इस दिन दान भी अवश्य करना चाहिए। भगवान विष्णु का अभिषेक करें और देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें। इसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और श्रीहरि का भजन कीर्तन भी करें।
देव उठनी एकादशी के दिन क्या नहीं करना चाहिए ?
एकादशी तिथि के दिन मांस-मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए। साथ ही इस दिन लहसुन-प्याज आदि तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;