लड्डू गोपाल की प्रतिमा रखने से पहले क्यों रखते हैं अक्षत?

लड्डू गोपाल सभी को बेहद प्रिय होते हैं। इनकी पूजा भक्त विधिवत रूप से पूरे नियम के अनुसार करते हैं। अब ऐसे में लड्डू गोपाल की प्रतिमा स्थापित करने से पहले अक्षत रखने की मान्यता क्या है। इसके बारे में इस लेख में जानते हैं। 
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लड्डू गोपाल भगवान श्रीकृष्ण का एक प्यारा रूप है, जिसे विशेष रूप से बच्चे के रूप में पूजा जाता है। वे नटखट और मनमोहक होते हैं, और उन्हें अक्सर मिठाई, विशेषकर लड्डू, चढ़ाए जाते हैं। लड्डू गोपाल की पूजा में भक्ति, प्रेम और श्रद्धा का भाव होता है। उनकी तस्वीरों और मूर्तियों में अक्सर उन्हें पीताम्बर पहने और माखन-मिश्री खाते हुए दिखाया जाता है। वहीं भक्त लड्डू गोपाल की पूजा करने के दौरान नियमों का पालन विशेष रूप से करते हैं। ताकि प्रभु को किसी भी चीज की परेशानी न हो।

आपको बता दें, ऐसा कहा जाता है कि अगर आपकी कोई इच्छा है, जिसे आप पूरी करना चाहते हैं, तो लड्डू गोपाल की पूजा करने के दौरान अपने इच्छा उनको कान में बताने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं। अब ऐसे में लड्डू गोपाल की प्रतिमा रखने से पहले अक्षत क्यों रखा जाता है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

अक्षत का महत्व क्या है?

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अक्षत, जिसे आम भाषा में चावल भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह लगभग हर धार्मिक अनुष्ठान का एक अभिन्न हिस्सा है। अक्षत को समृद्धि और बहुतायत का प्रतीक माना जाता है। चावल हमेशा से ही खाद्य सुरक्षा का प्रतीक रहा है, इसलिए इसे देवताओं को अर्पित करके समृद्धि की कामना की जाती है। अक्षत को शुभता और मंगल का प्रतीक माना जाता है। इसे पूजा में चढ़ाकर शुभ फल की कामना की जाती है। अक्षत को लंबी आयु का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए, तिलक लगाते समय अक्षत के दाने लगाने की परंपरा है। अक्षत को देवताओं का प्रिय भोग माना जाता है। इसलिए, लगभग हर पूजा में अक्षत चढ़ाया जाता है।

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लड्डू गोपाल की प्रतिमा रखने से क्यों रखते हैं अक्षत ?

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लड्डू गोपाल, जिन्हें बाल गोपाल भी कहा जाता है, भगवान कृष्ण के बाल रूप का प्रतीक हैं। इनकी पूजा घरों में बड़ी श्रद्धा से की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि लड्डू गोपाल की प्रतिमा रखने से पहले अक्षत रखने से उस स्थान को पवित्र और मंगल किया जाता है। इतना ही नहीं, ऐसी भी कहा जाता है कि लड्डू गोपाल की प्रतिमा को रखने से पहले अक्षत को नियमित रूप से चढ़ाने से जातकों को सभी दोषों से छुटकारा मिल जाता है। अक्षत परिवार में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली लाने का प्रतिक माना जाता है। भगवान की प्रतिमा को रखने से पहले मंत्रों का भी उच्चारण किया जाता है।

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ऐसा माना जाता है अक्षत सकारात्मक ऊर्जा का कारक है। साथ ही सुख-समृद्धि के लिए भी अक्षत को महत्वपूर्ण माना जाता है।

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Image Credit- HerZindagi

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