Navratri 2025 में मां दुर्गा की ये प्रतिमाएं घर पर लाएंगी सकारात्मक ऊर्जा!

Shardiya Navratri में अगर आपको स्थापित करनी हैं मां दुर्गा की प्रतिमा तो अमेजन पर मिलेंगे कई विकल्प। पूजा घर हो या लिविंगरूम हर जगह इन्हें रखकर महसूस हो सकती है सकारात्मक ऊर्जा।

Navratri 2025 के लिए मां दुर्गा की प्रतिमाएं

22 सितंबर से Navratri 2025 का त्याहोरा शुरू हो जाएगा जो 2 अक्टूबर तक चलेगा। ऐसे में कई लोग घर पर कलश स्थापना करते हैं तो कई लोग रोज पाठ करते है। ऐसे में अगर आप नवरात्री पर घर पर स्थापित करने के लिए मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं तो अमेजन पर इसके कई विकल्प मिल जाएंगे। ऐसा माना जाता है कि घर पर मां दुर्गा की प्रतिमा रखने से सकारात्मक ऊर्जा, सुख-शांति, समृद्धि और शक्ति का संचार होता है, जो नकारात्मकता को दूर करती है और आत्मविश्वास बढ़ाती है। घर में सौम्य और आशीर्वाद देती हुई मां दुर्गा की छोटी मूर्ति रखना शुभ माना जाता है। तो आइए देखते हैं ऐसे ही कुछ विकल्पों को जो आपके घर के लिए सही पसंद साबित हो सकते हैं। 

घर की सजावट से संबंधित अन्य जानकारी के लिए करिए साज-सज्जा का रुख।

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    Rare Planet stone Goddess Maa Durga Devi Idol, Standard, Multicolour.

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    टेराकोटा मटेरियल से बनी यह मां दुर्गा की मूर्ति मल्टीकलर में आती है, जिसमें वह महिषासुर का वध करते नजर आ रही हैं। इसका साइज 34L x 25W x 19H सेंटीमीटर है और इसे घर के मंदिर या किसी अन्य साप-सुथरे स्थान पर रखा जा सकता है। यह दुर्गा प्रतिमा खूबसूरत शिल्पकला का एक उत्कृष्ट नमूना है, जिसमें कई छोटी-छोटी आकृतियों नजर आ रही हैं। इसकी सूक्ष्म नक्काशी प्रत्येक देवता और तत्व के सार को दर्शाती है, जो इसे पारंपरिक कलात्मकता का एक अद्भुत उदाहरण बनाती है। इसकी मजबूत बनावट यह यह सुनिश्चित करती है कि यह लंबे समय तक खराब न हो।

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    Servdharm Goddess Durga Idol Resin Murti Maa Durga Idol Statue

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    स्टडी टेबल, साइड टेबल या मंदिर में रखने के लिए देवी दुर्गा की यह मुर्ति काफी अच्छा विकल्प हो सकती है। इसे बनाने के लिए 100% शुद्ध रेजिन का इस्तेमालकिया गया है और इसे छोटी-छोटी बारीकियों के साथ बनाया गया है। इसका वजन 70 ग्राम, ऊंचाई 7 सेंटीमीटर, लंबाई 5 सेंटीमीटर और चौड़ाई 2 सेंटीमीटर है। मां शेरावाली की यह मूर्ति आपके दैनिक भक्ति अनुष्ठानोंके लिहाज से काफी बारीकी से डिज़ाइन की गई है। यह भारतीय कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित है।

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    Rare Planet Stoneware Religious Handpainted Maa Durga

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    यह दुर्गा प्रतिमा जटिल शिल्पकला का एक उत्कृष्ट नमूना है, जो कई बारीक आकृतियों को जीवंत बनाती हैं। इसकी शानदार नक्काशी हर देवता और तत्व के सार को दर्शाती है, जो देखने में भी काफी पारंपरिक है। टेराकोटा से निर्मित कुशलता से तैयार की गई यह दुर्गा महिषासुर मर्दिनी मूर्ति, पारंपरिक बंगाली पट्टचित्र कलाकृति का प्रदर्शन करती है। दुर्गा पूजा समारोह के लिए आदर्श, यह आपके घर के मंदिर या पूजा मंडप में साकरात्मक ऊर्जा ला सकती है। यह मूर्ति टिकाऊ और लंबे समय तक चलने वाले रंगों के साथ उत्तम टेराकोटा से बनी है।यह बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी दर्शाती है, जो इसे आपके पवित्र स्थान के लिए एक सही पसंद बनाती है। इसकी साइज 14L x 19W x 34H सेंटीमीटर है।

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    Ekhasa 100% Pure Brass Durga Maa Idol

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    100% शुद्ध ब्रास से बनी मां दुर्गा की यह मूर्ति 8L x 4W x 12.8H सेंटीमीटर साइज वाली है और इसका वजन 390 ग्राम है। ऐसा माना जाता है कि पूजा कक्ष में दुर्गा मां की मूर्ति रखने से देवी की दिव्य ऊर्जाएं आपके घर में आती हैं और इसके लिए यह काफी अच्छा विकल्प हो सकती है। मां दुर्गा की इस मूर्ति को कमरे के पूर्व या उत्तर-पूर्व कोने में रखा जा सकता है। ये दिशाएं अत्यंत शुभ मानी जाती हैं क्योंकि ये सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह से जुड़ी होती हैं। इसकी नियमित सफाई से चमक बरकरार रह सकती है। नींबू के रस और बेकिंग सोडा का एक साधारण मिश्रण आसानी से इसके दाग-धब्बों को दूर कर सकता है, जिससे दुर्गा मां की यह मूर्ति हमेशा नई जैसी दिख सकती है।

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    ESPLANADE Resin Maa Durga MATA Rani Sherawali Murti Idol Statue Sculpture Idol

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    8 x 4.5 x 11.5 इंच (L x W x H) साइज वाली मां दुर्गा की यह मूर्ति आपके घर के लिए एक आदर्ष विकल्प हो सकती है। इसे रेजिन मटेपियल से बनाया गया है, जिसमें मां शेर की सवारी करती नजर आ रही हैं। इसे घर के मंदिर, शोकेस या स्टडी टेबल पर रखा जा सकता है इस मूर्ती को लेस और मल्टी-स्टोन से सजाया गया है। यह कई घंटों की मेहनत और सदियों पुरानी कला पद्धति से निर्मित है, जि वजह से यह बेहद खूबसूरत और सचमुच भव्य है। इसे किसी को तोहेफ में भी दिया जा सकता है। 

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Faq's

  • शारदीय नवरात्री क्यों मनाई जाती है?
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    नवरात्रि का इतिहास महिषासुर नामक राक्षस पर देवी दुर्गा की विजय से जुड़ा है, जो नौ दिनों और नौ रातों तक चला था। महिषासुर के आतंक से तंग आकर देवताओं ने दुर्गा को बनाया और उन्होंने दुर्गा को युद्ध के लिए विशेष अस्त्र दिए। दुर्गा ने शेर पर सवार होकर महिषासुर से युद्ध किया और अंततः नवमी की रात्रि को उसका वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया। इस विजय के उपलक्ष्य में देवी शक्ति की आराधना के लिए नवरात्रि का पर्व मनाना शुरू हुआ।
  • क्या नवरात्री पर घर में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर सकते हैं?
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    हां, नवरात्रि के दौरान घर में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करना बहुत शुभ माना जाता है और इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-शांति और समृद्धि आती है। यह मां दुर्गा की आराधना करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
  • मां दुर्गा की प्रतिमा घर में किस तरफ रखनी चाहिए?
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    वास्तु शास्त्र के अनुसार, मां दुर्गा की प्रतिमा को घर में उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में रखना सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि यह देवताओं की दिशा है और इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि ईशान कोण में जगह न हो तो आप मूर्ति को उत्तर या पश्चिम दिशा में भी रख सकते हैं। मूर्ति रखते समय यह ध्यान रखें कि मां का मुख पूर्व या उत्तर की ओर हो और जब आप पूजा करें तो आपका मुख पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर हो, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है।