सावन में शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने से क्या होता है? जानें इसके कई फायदे

सावन का महीना भगवान शिव को पूरी तरह से समर्पित होता है और इस दौरान यदि आप कई तरह के उपाय आजमाती हैं तो आपको कई तरह के लाभ हो सकते हैं। ऐसे ही आप यदि सावन के महीने में अपराजिता का फूल शिवलिंग पर चढ़ाती हैं तो बहुत शुभ माना जाता है। आइए जानें इसके फायदों के बारे में।
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अपराजिता के फूल को शास्त्रों में सभी देवी-देवताओं के प्रिय फूल के रूप में जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह भगवान शिव का प्रिय पुष्प है और यदि आप शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाती हैं तो जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है। यह एक ऐसा पुष्प माना जाता है जो शिव जी के साथ शनिदेव और विष्णु जी को भी प्रिय होता है और ये घर में इस फूल का पौधा मौजूद होता है तो माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा बनी रहती है। अपराजिता के फूल हमारे जीवन में बहुत शुभ होते हैं और सभी शुभ कार्यों में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पूजा-पाठ में इन फूलों का विशेष महत्व माना जाता है।

देवी-देवताओं के श्रृंगार से लेकर सभी कार्यों में इन्हीं फूलों का प्रयोग किया जाता है। यदि सावन के महीने में शिव जी की पूजा के साथ उन्हें यह नीले फूल चढ़ाए जाते हैं तो आपको पूरे साल शिव जी की कृपा दृष्टि बनी रहती है। अगर आप भी सावन में शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाएं तो आपको कई लाभ हो सकते हैं। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें इसके कई फायदों के बारे में विस्तार से।

सावन में शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने का महत्व

अपराजिता का फूल एक प्रकार का नीला फूल है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस फूल को भगवान शिव की पूजा में चढ़ाने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है जैसे कि इससे भक्तों को भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होती है। भक्तों की मनः स्थिति अच्छी बनी रहती है और मानसिक शांति मिलती है। यही नहीं इस उपाय से जीवन में सकारात्मकता भी बनी रहती है। अपराजिता के पुष्प को भगवान शिव का प्रिय तो माना ही जाता है और इससे घर पर माता लक्ष्मी का वास भी होता है।

सावन में शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने के फायदे

sawan ke upay

सावन के महीने में शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने के कई फायदे हैं। आइए आपको बताते हैं उनके बारे में-

भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद बना रहता है

ऐसी मान्यता है कि यदि आप सावन के महीने में अपराजिता का फूल भगवान शिव को चढ़ाती हैं तो आपके जीवन में पूरे साल भगवान शिव की कृपा दृष्टि बनी रहती है। मुख्य रूप से आपको सावन के सोमवार के दिन शिव पूजन करते समय यह पुष्प अर्पित करना चाहिए। इससे भगवान शिव का आशीर्वाद बना रहता है और जीवन में सुख समृद्धि आती है।

मानसिक शांति और स्थिरता

शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने से हमेशा मानसिक शांति और स्थिरता बनी रहती है, जिससे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। इस उपाय से आपको मानसिक शांति की प्राप्ति भी हो सकती है और सदैव शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

ऐसा कहा जाता है कि इससे आपका मन हमेशा सकरात्मक विचारों से भरपूर रहता है और आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं। यदि व्यक्ति का मन सकरात्मक होता है तो उसका हर काम में मन लगता है और सफलता मिलती है।

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जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं

सावन के महीने में शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। यदि आपके जीवन में कई दोनों से समस्याएं चली आ रही हैं तो आपको उन समस्याओं से बाहर निकलने का मौका मिलता है और सुख समृद्धि के अवसर मिल सकते हैं।

यही नहीं शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाने से विभिन्न रोग और कष्टों से मुक्ति मिलती है, जिससे जीवन में सुख और शांति की प्राप्ति होती है।

किस विधि से शिवलिंग पर चढ़ाएं अपराजिता का फूल

sawan aprajita flower

यदि आप सावन में शिवलिंग की पूजा के समय अपराजिता का पुष्प अर्पित करती हैं तो आपको इसकी सही विधि और नियमों के बारे में भी जान लेना चाहिए। अगर आप इन नियमों से यह फूल चढ़ाती हैं तो पूजा का पूर्ण फल मिल सकता है-

  • सावन में मुख्य रूप से सोमवार के दिन शिवलिंग को सबसे पहले शुद्ध जल या दूध से स्न्नान कराएं। इसके लिए आप यदि घर पर ही अनुष्ठान कर रही हैं तो आपको शिवलिंग को सबसे पहले एक शुद्ध स्थान पर स्थापित करना चाहिए।
  • अपराजिता का फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से पहले शिवलिंग को स्नान कराना जरूरी है और इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि आप शिवलिंग पर हमेशा ताजे फूल चढ़ाएं। यदि किसी वजह से फूल मुरझा गए हैं तो भूलकर भी इसे शिवलिंग पर न चढ़ाएं।
  • अपराजिता का फूल हमेशा साफ और शुद्ध होना चाहिए। ध्यान रखें कि आप जमीन पर गिरा हुआ फूल शिवलिंग पर न चढ़ाएं, यह भगवान को स्वीकार्य नहीं माना जाता है।
  • भगवान शिव की पूजा के दौरान, अपराजिता का फूल चढ़ाएं और उनकी कृपा और आशीर्वाद की प्रार्थना करें। पूजा के बाद भगवान शिव की आरती जरूर करें और मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें।

यदि आप शुभ मुहूर्त और पवित्र मन से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के साथ शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाती हैं तो जीवन में साइव समृद्धि बनी रहती है।
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Images: freepik.com

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FAQ

  • भगवान शिव को अपराजिता का फूल चढ़ाने से क्या लाभ हैं?

    सावन में सोमवार और शनिवार को शिवलिंग पर अपराजिता के फूल चढ़ाने से कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होती है और कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
  • शंकर जी का प्रिय फूल कौन सा होता है?

    भगवान शिव को मुख्य रूप से चमेली और नीलकंठ के फूल प्रिय हैं, लेकिन शिवलिंग पर अपराजिता का फूल चढ़ाना भी बहुत शुभ माना जाता है।