करियर और कारोबार में तरक्की के लिए कितने मुखी रुद्राक्ष करें धारण, जानें विधि

अगर आप अपने करियर या कारोबार में तरक्की पाना चाहते हैं, तो रुद्राक्ष धारण करना एक प्राचीन और प्रभावी उपाय माना जाता है। लेकिन कौन सा रुद्राक्ष आपके लिए सबसे उपयुक्त होगा, यह जानना बेहद  जरूरी है। आइए इस लेख में विस्तार से पंडित जी से जानते हैं। 
significance of wearing seven mukhi rudraksha for career and business growth

सनातन धर्म में रुद्राक्ष को भगवान शिव का साक्षात स्वरूप माना जाता है। यह सिर्फ एक बीज नहीं, बल्कि अनंत ऊर्जा और दैवीय कृपा का प्रतीक है। माना जाता है कि इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं, बाधाएं दूर होती हैं और उसे भौतिक तथा आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अलग-अलग मुखी रुद्राक्षों के अलग-अलग लाभ होते हैं और उन्हें धारण करने के अपने विशेष नियम भी हैं? आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से रुद्राक्ष धारण करने की विधि और नियम के बारे में जानते हैं।

करियर और कारोबार में तरक्की के लिए पहनें एक मुखी रुद्राक्ष

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यह रुद्राक्ष साक्षात शिव का स्वरूप माना जाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और एकाग्रता में वृद्धि होती है। यह करियर में उच्च पद प्राप्त करने और व्यापार में बड़े निर्णय लेने के लिए अत्यंत शुभ है। एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति अधिक समर्पित और फोकस होता है।

करियर और कारोबार में तरक्की के लिए पहनें सात मुखी रुद्राक्ष

यह रुद्राक्ष देवी महालक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इसे धारण करने से धन-धान्य, समृद्धि और व्यापार में लाभ प्राप्त होता है। यह आर्थिक स्थिरता और कर्ज से मुक्ति में भी सहायक होता है। कारोबार में लाभ और निवेश में सफलता के लिए यह अत्यंत प्रभावशाली है।

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एक और सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि क्या है?

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  • रुद्राक्ष को धारण करने से पहले उसे शुद्ध करना और प्राण प्रतिष्ठित करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए, रुद्राक्ष को गंगाजल या शुद्ध जल से धोकर साफ कपड़े से पोंछ लें। इसके बाद, कच्चे दूध और फिर गंगाजल से स्नान कराएं।
  • रुद्राक्ष को प्राण प्रतिष्ठित करने के लिए "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जाप करें। आप अपने रुद्राक्ष के अनुसार विशेष मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं।
  • रुद्राक्ष को सोमवार के दिन धारण करना सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि सोमवार भगवान शिव को समर्पित है।
  • रुद्राक्ष को शुद्ध करें और "ॐ हुं नमः" या "ॐ महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • सात मुखी रुद्राक्ष को भी चांदी या सोने में जड़वाकर गले में या दाहिनी कलाई पर धारण किया जा सकता है। इसे लाल या सफ़ेद धागे में भी पहना जा सकता है।

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Image Credit- HerZindagi

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