Maa Brahmcharini Puja Aarti 2025: नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की ये आरती, बुद्धि कौशल में होगी वृद्धि

Maa Brahmcharini Aarti 2025: मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से व्यक्ति का बुद्धि कौशल बढ़ता है। ज्ञान का संचार होता है। याददाश्त तीव्र होती जाती है। इसके अलावा धैर्यता, तप और दृढ़ता जैसे गुण भी व्यक्ति में जन्म लेने लगते हैं।
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Maa Brahmcharini Puja Aarti 2025: चैत्र नवरात्रि का पर्व 30 मार्च 2025, से शुरू हो रहा है। इन नौ दिनों में हर दिन अलग-अलग देवी के स्वरूपों की पूजा होती है। ऐसे में दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। इन्हे ज्ञान और तपस्या की देवी कहा जाता है। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा सच्चे मन से करने पर जीवन में संयम, धैर्य और बुद्धि का विकास होता है। साथ ही साधक को आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति की प्राप्ति होती है। ऐसे व्यक्ति को अपने हर कार्य में सफलता मिलती है और उनके किसी भी कार्य में बाधा नहीं आती है। ऐसे में यदि आप भी माता ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करना चाहती हैं तो नवरात्रि के दूसरे दिन मां की विशेष आरती जरूर करें। जिसके जरिए आप जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, बुद्धि और कौशल का विकास कर सकती हैं। आइए जानते हैं मां ब्रह्मचारिणी की पावन आरती, जिससे आपको पूर्ण और फलदायी लाभ मिलेगा। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं मां ब्रह्मचारिणी की आरती के बारे में विस्तार से।

मां ब्रह्मचारिणी की आरती के लिरिक्स (Maa Brahmcharini Ki Aarti Ke Lyrics)

Maa Brahmcharini Ki Aarti Ke Lyrics

जय जय ब्रह्मचारिणी, जय जय मात सती।
सिद्धिदात्री, सुखदाता, भव भय नाशिनी।

जय जय ब्रह्मचारिणी, ज्योति से भरी।
शांतिदायिनी, जग में जो उजियाली भरी।

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शरण में तेरी आए, सब दुख मिटाए।

मन की मुरादें, सबको दिलाए।

जय जय ब्रह्मचारिणी, जय जय मात सती।
सिद्धिदात्री, सुखदाता, भव भय नाशिनी।

नवरात्रि दूसरे दिन की आरती (Navratri Dusre Din Ki Aarti)

Navratri Dusre Din Ki Aarti

जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता। जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।
ब्रह्मा जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो।

ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा। जिसको जपे सकल संसारा।
जय गायत्री वेद की माता। जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।

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कमी कोई रहने न पाए। कोई भी दुख सहने न पाए।
उसकी विरति रहे ठिकाने। जो तेरी महिमा को जाने।

रुद्राक्ष की माला ले कर। जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।
आलस छोड़ करे गुणगाना। मां तुम उसको सुख पहुंचाना।

ब्रह्माचारिणी तेरो नाम। पूर्ण करो सब मेरे काम।
भक्त तेरे चरणों का पुजारी। रखना लाज मेरी महतारी।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की कौन सी आरती करनी चाहिए और क्या हैं उससे मिलने वाले लाभ। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

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FAQ

  • नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कैसे करें?

    माता ब्रह्मचारिणी की पूजा पीले या सफेद कपड़े का आसन बिछाकर करनी चाहिए। साथ में कलश, गंगाजल, सुपारी, आम के पत्ते और नारियल अर्पित करें। 
  • नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को क्या भोग लगाना चाहिए?

    मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर और उससे बनी हुई चीजों का भोग लगाया जाता है। इसके अलावा आप दूध से बने व्यंजनों का भी भोग लगा सकते हैं।