हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है, और जब यह मंगलवार को पड़ता है, तो इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। मंगलवार हनुमान जी को समर्पित है, इसलिए इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ हनुमान जी की कृपा भी प्राप्त होती है। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है और माना जाता है कि इसे करने से सभी कष्टों का निवारण होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अब ऐसे में जुलाई भौम प्रदोष व्रत के दिन काले तिल के कुछ ऐसे उपाय हैं, जिसे करने से व्यक्ति को उत्तम फलों की प्राप्ति हो सकती है। आइए इस लेख में विस्तार से ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
यदि आप लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं और दवाएं भी असर नहीं कर रही हैं, तो भौम प्रदोष व्रत के दिन एक मुट्ठी काले तिल लें। इन्हें अपने ऊपर से 7 बार उतार कर किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। यह उपाय रोग निवारण में अत्यंत प्रभावी माना जाता है। साथ ही, 'ऊं नमः शिवाय' मंत्र का जाप करते रहें।
कर्ज का बोझ आजकल कई लोगों को परेशान करता है। भौम प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर काले तिल और जल मिश्रित दूध चढ़ाएं। इसके साथ ही, 'ऊं ऋणमुक्तेश्वर महादेवाय नमः' मंत्र का जाप करें। यह उपाय धीरे-धीरे आपको कर्ज से मुक्ति दिलाने में सहायक हो सकता है।
जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही है, उनके लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन शाम को, पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसमें थोड़े से काले तिल डाल दें। इसके बाद, 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे उत्तम परिणाम मिल सकते हैं।
आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं या व्यापार में तरक्की नहीं मिल रही है, तो भौम प्रदोष व्रत के दिन आटे में काले तिल और चीनी मिलाकर चींटियों को डालें। साथ ही, किसी शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव को काले तिल और गुड़ का भोग लगाएं। इस उपाय को करने से लाभ हो सकता है।
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मंगल दोष के कारण विवाह में देरी या अन्य समस्याएं आ रही हैं, तो भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें। शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाएं और 'ऊं भौमाय नमः' मंत्र का जाप करें। इसके बाद, हनुमान चालीसा का पाठ करें। यह उपाय मंगल दोष के प्रभावों को कम करने में सहायक होता है और विवाह संबंधी बाधाओं को दूर करता है।
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Image Credit- HerZindagi
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