पंचक में किसी का जन्म होना शुभ है या अशुभ, जानें ज्योतिष से

पंचक से जुड़ी कई मान्याताएं हैं जैसे कि पंचक के दौरान किसी की मृत्यु हो जाना अशुभ माना जाता है। ठीक ऐसे ही आज हम इस लेख में जानेंगे कि पंचक के दौरान किसी का जन्म होना शुभ होता है या अशुभ।  
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पंचक को हिन्दू धर्म में वो अशुभ 5 दिन माना गया है जब किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए क्योंकि इस दौरान ग्रहों की दिशा और दशा नकारात्मक प्रभाव डालती है और बने-बनाये मांगलिक कार्यों में बाधाएं उत्पन्न कर उन्हें बिगाड़ सकती है। पंचक से जुड़ी कई और भी मान्याताएं हैं जैसे कि पंचक के दौरान किसी की मृत्यु हो जाना बहुत घातक माना जाता है। ठीक ऐसे ही आज हम इस लेख में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के माध्यम से जानेंगे कि पंचक के दौरान किसी का जन्म होना शुभ होता है या अशुभ।

पंचक के दौरान किसी के जन्म होने का क्या मतलब है?

पंचक में किसी बच्चे के जन्म को लेकर 2 तथ्य शास्त्रों में बताये गए हैं। पहले तथ्य के अनुसार, शास्त्रों में बताया गया है कि पंचक में जन्म होना अशुभ होता है। इस दौरान जन्म लेने वाले बच्चे अपने साथ कुछ नकारात्मक प्रभाव लेकर आते हैं, जिससे परिवार में परेशानियां आ सकती हैं। ऐसा माना जाता है कि ऐसे बच्चों के कारण परिवार के अन्य सदस्यों को भी कष्ट झेलना पड़ सकता है।

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वहीं, दूसरी ओर शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि पंचक में जन्म लेना हमेशा अशुभ नहीं होता है। पंचक में जन्म लेने वाले बच्चे असाधारण प्रतिभा और क्षमता वाले हो सकते हैं। ऐसे बच्चे अपनी बुद्धि और कौशल से जीवन में बड़ी सफलता प्राप्त करते हैं। कुछ विशेष नक्षत्रों में जन्म लेने वाले बच्चे तो और भी भाग्यशाली माने जाते हैं। हालांकि यह निर्भर करता है ग्रहों की दिशा और दशा पर।

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यह भी कहा जाता है कि पंचक के दौरान जन्म लेने वाले बच्चे अपने परिवार के सदस्यों के लिए सुरक्षा कवच की तरह होते हैं। वे अपने सकारात्मक ऊर्जा से परिवार को बुरी नजर और नकारात्मक शक्तियों से बचाते हैं। इसलिए, पंचक में जन्म को हमेशा नकारात्मक रूप में नहीं देखना चाहिए। किसी बच्चे का जन्म किस नक्षत्र में हो रहा है, यह अधिक महत्वपूर्ण होता है।

पंचक के दौरान भी अलग-अलग नक्षत्र होते हैं और प्रत्येक नक्षत्र का अपना अलग प्रभाव होता है। ऐसे में किस नक्षत्र में किस बच्चे का जन्म हुआ है इसके आधार पर यह पता चलता है कि बच्चे का जन्म शुभता लेकर आया है या अशुभता। हालांकि हम आपको स्पष्ट कर दें कि हम ऐसा नहीं कह रहे या शास्त्रों में भी ये नहीं कहा गया है कि पंचक में जन्मे बच्चे बुरे होते हैं या फिर नकारात्मक होते हैं।

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हमारी और शास्त्रों की बात का तथ्य यह है कि अगर पंचक के दौरान नक्षत्र शुभ हैं तो बच्चे का विकास अच्छे से होता है, उसका भविष्य अच्छा बना रहता है लेकिन अगर पंचक के दौरान जन्मे बच्चे के नक्षत्र अशुभ हैं तो इससे बच्चे को जीवन में संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है और इसी संघर्ष का हिस्सा बनते हैं परिवार के लोग। तो यह थी संपूर्ण जानकारी पंचक में जन्म होने से जुड़ी।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • पंचक के दौरान किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?

    पंचक के दौरान अपने इष्ट देव या आप जिन भी देवी-देवता को मानते हैं, उनके मंत्रों का अधिक से अधिक जाप करना चाहिए।