1 सितंबर 2025 का पंचांग कई मायनों में खास है। आज का दिन सोमवार है जो भगवान शिव को समर्पित होता है इसलिए शिव भक्तों के लिए यह दिन पूजा-पाठ और व्रत रखने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। आज के दिन नवमी तिथि रहेगी जिसका अपना विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, आज का दिन आध्यात्मिकता और ध्यान के लिए उत्तम है। आज के दिन भगवान शिव की पूजा करने से मन को शांति मिलती है और सभी कार्य सफल होते हैं। हालांकि, सितंबर के पहले दिन कई अशुभ मुहूर्तों का निर्माण हो रहा है ऐसे में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले एमपी, छिंदवाड़ा के पंडित सौरभ त्रिपाठी द्वारा बताया गया आज का पंचांग देख लें।
आज का पंचांग 1 सितंबर 2025
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
भाद्रपदशुक्लनवमी | ज्येष्ठा | सोमवार | विष्कम्भ | बालव |
आज सूर्य और चंद्रमा का समय 1 सितंबर 2025
प्रहर | समय |
सूर्योदय | सुबह 06:00 बजे |
सूर्यास्त | शाम 06:43 बजे |
चंद्रोदय | दोपहर 01:54 बजे |
चंद्रास्त | रात 11:58 बजे |
आज का शुभ मुहूर्त और योग 1 सितंबर 2025
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:30 बजे से सुबह 05:15 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:55 बजे से दोपहर 12:46 बजे तक |
अमृत काल | सुबह 05:49 बजे से सुबह 07:37 बजे तक |
विजय मुहूर्त |
दोपहर 02:29 बजे से दोपहर 03:20 बजे तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 06:43 बजे से शाम 07:06 बजे तक |
आज का अशुभ मुहूर्त 1 सितंबर 2025
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
राहु काल | सुबह 07:35 बजे से सुबह 09:10 बजे तक |
गुलिक काल | दोपहर 02:00 बजे से दोपहर 03:34 बजे तक |
यमगंड | सुबह 10:45 बजे से दोपहर 12:20 बजे तक |
दुर्मुहूर्त | सुबह 11:55 बजे से दोपहर 12:46 बजे तक |
आज व्रत और त्योहार 1 सितंबर 2025
1 सितंबर 2025 का दिन सोमवार है जिसका हिंदू धर्म में बहुत खास महत्व है। इस दिन कोई बड़ा त्योहार नहीं है, लेकिन सोमवार का दिन होने के कारण इसे सोमवार व्रत के रूप में मनाया जाता है जो भगवान शिव को समर्पित है।
सोमवार का व्रत भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव बहुत भोले हैं और जो भी भक्त सच्चे मन से उनकी पूजा करता है, वह उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं। यह व्रत रखने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। विशेष रूप से, कुंवारी लड़कियां मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए यह व्रत रखती हैं, जबकि विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और परिवार की खुशहाली के लिए इस व्रत का पालन करती हैं।
यह व्रत केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है। व्रत के दौरान मन और शरीर को शुद्ध करने का अवसर मिलता है। इस दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं, शिवलिंग पर जल (जल अभिषेक) चढ़ाते हैं, और बेलपत्र, दूध, और धतूरा के फूल अर्पित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से जीवन के सभी दुख और बाधाएं दूर होती हैं।
आज का उपाय 1 सितंबर 2025
सोमवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं। एक तांबे के लोटे में शुद्ध जल भरकर उसमें थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाएं और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर धीरे-धीरे अर्पित करें। इसके बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, सफेद फूल और अक्षत चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि बेलपत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इसे चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं, जिससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सोमवार का दिन चंद्र ग्रह से भी जुड़ा है, जिसका रंग सफेद है। इस दिन चंद्र को मजबूत करने और मानसिक शांति पाने के लिए सफेद वस्तुओं का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। आप दूध, चावल, चीनी या सफेद कपड़े जैसी चीजें किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर सकते हैं। यह उपाय आपके मन को शांत रखने, नकारात्मकता दूर करने और जीवन में स्थिरता लाने में मदद करता है।
सोमवार के दिन पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करना बहुत लाभकारी होता है, क्योंकि इसे भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है। रुद्राक्ष धारण करने के बाद आप 'ॐ नमः शिवाय' या 'महामृत्युंजय मंत्र' का जाप कर सकते हैं। यह उपाय आपके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, बुरी शक्तियों से बचाता है और आपको भगवान शिव की कृपा से शक्ति और आत्मविश्वास प्रदान करता है।
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image credit: herzindagi
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