हिंदू पंचांग के अनुसार आज श्रावण माह के शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि है। आज शुक्रवार का दिन है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी जातक को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है तो इस दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी की पूजा करने से लाभ हो सकता है। आपको बता दें, आज मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत भी रखा जा रहा है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा का भी विधान है। वहीं आज शुभ योग बन रहा है और स्वाति नक्षत्र है। ज्योतिष गणना के हिसाब से इस दिन चंद्रमा तुला राशि में ही मौजूद हैं। अब ऐसे में आज किस मुहूर्त में पूजा करना है और किस मुहूर्त में काम करने से बचना है। इसके बारे में जानने के लिए आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से आज के पंचांग के बारे में जानते हैं।
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
श्रावण कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि | स्वाति नक्षत्र | शुक्रवार | शुभ योग | विष्टि और बव |
सूर्योदय | सुबह 6 बजकर 01 मिनट से लेकर |
सूर्यास्त | शाम 7 बजकर 04 मिनट तक |
चंद्रोदय | देर रात 12 बजकर 29 मिनट से लेकर |
चंद्रास्त | सुबह 11 बजकर 43 मिनट तक |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04 बजकर 21 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 09 मिनट तक |
अमृत काल | शाम 05 बजकर 45 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 33 मिनट तक |
अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 15 मिनट तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 07 बजकर 22 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक |
निशिता मुहूर्त | रात 12 बजकर 05 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 46 मिनट तक |
संध्या मुहूर्त | शाम 7 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 9 बजकर 21 मिनट तक |
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राहु काल | सुबह 10 बजकर 55 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक |
गुलिक काल | सुबह 07 बजकर 39 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 17 मिनट तक |
यमगंड | दोपहर 03 बजकर 49 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 26 मिनट तक |
दिशाशूल | दक्षिण दिशा, यात्रा करने से पहले दही-चीनी जरूर खाकर निकलें। |
दुर्मुहूर्त | सुबह 08 बजकर 38 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 30 मिनट तक |
आज श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। साथ ही आज शुक्रवार का दिन भी है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति के धन-धान्य में वृद्धि हो सकती है। साथ ही आज मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत भी रखा जा रहा है। इसलिए आप इस दिन मां दुर्गा की पूजा विशेष रूप से करें।
शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद अपने पूजा स्थल पर माँ लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। उन्हें लाल फूल, अक्षत, कुमकुम, धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करें। इसके बाद पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ माँ लक्ष्मी की आरती करें। यह उपाय माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे सीधा और प्रभावी तरीका है।
श्री सूक्त, ऋग्वेद का एक पवित्र सूक्त है जो देवी लक्ष्मी को समर्पित है। शुक्रवार के दिन श्री सूक्त का पाठ करने से दरिद्रता दूर होती है और धन-धान्य की वृद्धि होती है। यदि आप नियमित रूप से इसका पाठ कर सकते हैं, तो यह और भी अधिक फलदायी होगा।
शुक्रवार का संबंध शुक्र ग्रह से भी है, जो सफेद रंग और सौंदर्य का प्रतीक है। इस दिन सफेद वस्तुओं जैसे दूध, दही, चावल, चीनी, या सफेद कपड़ों का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह उपाय शुक्र ग्रह को मजबूत करता है और जीवन में सुख-सुविधाओं को आकर्षित करता है।
कन्याओं को देवी का रूप माना जाता है। शुक्रवार के दिन कन्याओं को खीर या कोई भी मीठा भोजन कराना और उन्हें दक्षिणा देना माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करता है। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
अगर आप कर्ज से परेशान हैं या धन आगमन के स्रोत बढ़ाना चाहते हैं, तो मासिक दुर्गाष्टमी पर कनकधारा स्तोत्र का जाप करें। यह स्तोत्र मां लक्ष्मी को समर्पित है और दरिद्रता का नाश करने वाला माना जाता है।
दुर्गा सप्तशती का पाठ करना मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका है। शुक्रवार की मासिक दुर्गाष्टमी पर इसका कोई भी अध्याय या संपूर्ण पाठ करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः॥
ॐ अन्नात्परिस्रुतो रसं ब्रह्मणा व्यपिबत् क्षत्रं पयः सोमं प्रजापतिः। ऋतेन सत्यमिन्द्रियं विपानं शुक्रमन्धस इन्द्रस्येन्द्रियमिदं पयोऽमृतं मधु॥
ॐ शुं शुक्राय नमः
ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्॥
दुर्गायै नमः
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
ॐ दुं दुर्गाय नमः
आज शुक्रवार का दिन है और इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। साथ ही आज मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत भी रखा जा रहा है। इस दिन पूजा-पाठ करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है और व्यक्ति का भाग्योदय हो सकता है और मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है।
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Image Credit- HerZindagi
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