हिंदू धर्म में भंडारा बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसका आयोजन किसी भी शुभ कार्य या मंदिरों के बाहर अक्सर किया जाता है। लेकिन भंडारे में सभी लोगों को भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं। आइए, जानते हैं भंडारे में किसे भोजन करना चाहिए।
भंडारे में भोजन
भंडारे उन लोगों के लिए किया जाता है, जो खुद अपना पेट भरने में सक्षम नहीं होते हैं। जो लोग अपने लिए एक समय का भोजन भी आयोजित नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोग को भंडारे में भोजन कर सकते हैं।
किसे खाना चाहिए भंडारा?
भंडारे करने के पीछे यह विचार रहता है कि कोई भी गरीब या जरूरतमंद भूखा न सोए। इस वजह से कभी भी गरीब और लाचार लोगों को भंडारा खाने से नहीं रोकना चाहिए।
भंडारे में करें सहयोग
अगर आप आर्थिक रूप से सक्षम हैं, तो भंडारे के आयोजन में सहयोग जरूर करें। ऐसा करने से गरीबों की मदद होगी और आप पुण्य के भागी बन जाएंगे।
बनी रहती है भगवान की कृपा
भंडारे में इन लोगों को भोजन कराने से उस व्यक्ति पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है। शास्त्रों के अनुसार भगवान कभी इन लोगों का साथ नहीं छोड़ते हैं।
क्यों किया जाता है भंडारा
भंडारा का आयोजन अक्सर मंदिरों या किसी शुभ अवसर पर किया जाता है। ऐसा करने से उन लोगों को भूखा नहीं सोना पड़ता है, जो अपना पेट भरने में सक्षम नहीं हैं।
लगेगा पाप
अगर आप सक्षम होने के बाद भी भंडारे में भोजन करते हैं, तो इससे आप पाप के भागी बनते हैं। क्योंकि यह भोजन एक प्रसाद के तौर पर दिया जाता है। जो गरीब और असहाय लोगों के लिए होता है।
भंडारा करने का लाभ
भंडारा करने से घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ ही पुण्य भी मिलता है। समय-समय पर आप इसका आयोजन करवा सकते हैं।
भंडारे का आयोजन ही गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए किया जाता है। स्टोरी अच्छी लगी है, तो शेयर करें। ऐसी अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें herzindagi.com पर।