नवरात्रि का त्योहार 22 सितंबर से शुरू हो चुका है। खासकर पश्चिम बंगाल में यह त्योहार दुर्गा पूजा के रूप में भव्य रूप से मनाया जाता है। इस दौरान बंगाली महिलाएं पारंपरिक लाल और सफेद बॉर्डर वाली साड़ी पहनती हैं, जिसे ‘बंगाली साड़ी’ कहा जाता है। आजकल यह साड़ी ना सिर्फ बंगाल बल्कि हर क्षेत्र में छाया हुआ है। यह न सिर्फ परंपरा का प्रतीक मानी जाती है, बल्कि शक्ति और शुद्धता की छवि को भी दर्शाती है। दुर्गा अष्टमी और नवमी के दिन खासकर महिलाएं ये साड़ी पहनकर दुर्गा मां की आराधना करती हैं और सिंदूर खेला जैसे खास अनुष्ठानों में भाग लेती हैं। इस साड़ी के साथ बड़ी लाल बिंदी, शंख की चूड़ियां और पारंपरिक गहनों का मेल त्योहार की शोभा को और बढ़ा सकता है। आप भी साल 2025 के Navratri पर ऐसी साड़ी पहनना चाहती हैं तो यहां आपको कुछ शानदार विकल्प देखने को मिल सकते हैं -
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