हिंदी सिनेमा में कई एक्ट्रेसेस हैं, जिनका नाम ही उनकी सफलता की कहानी को बयां कर देता है। माधुरी दीक्षित भी ऐसी ही एक अदाकारा हैं, जो बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना चुकी हैं। 53 वर्ष की उम्र में भी माधुरी बॉलीवुड से जुड़ी हुई हैं। माधुरी ने अपने करियर में एक से बढ़ कर एक हिट फिल्में दी हैं। मगर बॉलीवुड में कदम रखते ही उनका नाम टॉप एक्ट्रेसेस की लिस्ट में शामिल नहीं हुआ था। माधुरी ने फर्श से अर्श तक का सफर तय करने के लिए बहुत संघर्ष किया है। चलिए आज हम आपको तस्वीरों के जरिए बाताते हैं कि वक्त के साथ-साथ माधुरी कैसे बदलती चली गईं।
Image Credit: madhuri Dixit/Instagram, Pinterest
15 मई 1965 को मुंबई में शंकर दीक्षित और स्नेह लता दीक्षित के घर जन्मी माधुरी बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहती थीं। मगर माधुरी की मां एक सिंगर थीं। कला में रुचि होने के कारण वह चाहती थीं िकि उनकी बेटियां क्लासिकल डांस सीखें। इसलिए माधुरी दीक्षित ने बहुत ही छोटी उम्र से कथक डांस सीखना शुरू कर दिया था। मात्र 9 वर्ष की उम्र में माधुरी को कथक डांसर के रूप में स्कॉलरशिप भी हासिल हो गई थी।
वर्ष 1984 में जब माधुरी ने माइक्रोबायोलॉजी में बीएससी करने के लिए दाखिला लिया ही था तब ही राजश्री प्रोडक्शन की ओर से उन्हें फिल्म 'अबोध' में काम करने का मौका मिल गया था, जिसके लिए उन्हें अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ना पड़ा था। मगर यह फिल्म बॉक्स ऑफिस में हिट साबित नहीं हुई थी।
फिल्म 'ओबोध' के बाद 4 साल तक माधुरी को एक हिट फिल्म के लिए संघर्ष करना पड़ा, मगर वर्ष 1988 में फिल्म 'तेजाब' में मोहिनी के किरदार और 'एक दो तीन' गीत ने उन्हें नई पहचान दी। आज भी माधुरी के इस किरदार को याद किया जाता है। आपको बता दें कि इस गाने की शूटिंग 1000 से भी ज्यादा लोगों की असल भीड़ के बीच हुई थी। इस बात का जिक्र माधुरी दीक्षित ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर किया था।
फिल्म 'तेजाब' माधुरी के करियर का टर्निंग प्वॉइंट थी, मगर वर्ष 1990 में आई फिल्म 'दिल' के लिए माधुरी को पहली बार फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया था। यह फिल्म सुपर हिट थी। इस फिल्म के बाद से माधुरी की छवि एक कॉलेज गर्ल की बनी और इसी छवि को बरकरार रखते हुए वर्ष 1991 में फिल्म 'साजन' आई । इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस में अच्छी सफलता मिली। इसके बाद तो माधुरी को बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस की लिस्ट में नंबर-1 पोजीशन हासिल हो गई। माधुरी की फिल्म 'बेटा' को भी लोगों ने खूब पसंद किया और इस फिल्म के बाद उन्हें बॉलीवुड की 'धक-धक गर्ल' का खिताब दे दिया गया।
माधुरी ने अपने करियर में सफलता और असफलता दोनों का ही मुंह देखा है। फिल्म 'बेटा' के बाद माधुरी की झोली में कई ऐसी फिल्में आईं, जो बॉक्स ऑफिस में असफल रहीं। इस लिस्ट में फिल्म 'अंजाम' का भी नाम है, जिसमें माधुरी ने शाहरुख खान के साथ काम किया था।
वर्ष 1994 में एक बार फिर से माधुरी की झोली में हिट फिल्म 'हम आपके हैं कौन' आई। यह फिल्म भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे ज्यादा हिट रहीं फिल्मों में से एक थी। इस फिल्म में माधुरी को फिर से सलमान खान के साथ काम करने का मौका मिला था। मगर यह जानकर आपको हैरानी होगी कि इस फिल्म के लिए माधुरी को सलमान से ज्यादा फीस दी गई थी क्योंकि वह उस वक्त सलमान से ज्यादा बड़ी स्टार बन चुकी थीं।
बेशक फिल्म 'हम आपके हैं कौन ' ने माधुरी को बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस बना दिया था मगर वर्ष 1997 माधुरी के लिए कई मायनों में खास रहा। इस वर्ष माधुरी ने 'प्रेम ग्रंथ', 'कोयला', 'राजकुमार', 'मोहब्बत' और 'महानता' जैसी फ्लॉप फिल्में दीं तो वहीं 'दिल तो पागल है' जैसी सुपरहिट फिल्म से कम बैक भी किया।
फिल्म 'दिल तो पागल है' के लिए माधुरी को बहुत सारे अवॉर्ड दिए गए। इतना ही नहीं, इस फिल्म को 45वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में भी 3 अवॉर्ड्स हासिल हुए।
वर्ष 1999 में माधुरी ने बेहद प्राइवेट फंक्शन में डॉक्टर राम नेने से शादी कर ली थी। इसके बाद माधुरी पति के साथ विदेश में ही सेटल हो गईं।
शादी के बाद भी माधुरी दीक्षित ने फिल्म इंडस्ट्री से नाता नहीं तोड़ा और वर्ष 2002 में फिल्म 'देवदास' में चंद्रमुखी का किरदार निभा कर सभी को चौका दिया। आपको बता दें कि इस फिल्म का सुपरहिट गाना 'डोला रे डोला' जब शूट हो रहा था तब माधुरी प्रेग्नेंट थीं।
माधुरी ने फिल्म 'देवदास' के बाद एक लंबा ब्रेक लिया और फिर सीधे 5 साल बाद फिल्म 'आजा नच ले' से इंडस्ट्री में वापसी की। यह फिल्म तो बॉक्स ऑफिस में नहीं चली, मगर माधुरी की एक्टिंग की खूब तारीफ की गई। माधुरी अभी भी बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक्टिव हैं और उनकी लेटेस्ट फिल्म करण जौहर की 'कलंक' थी। इस फिल्म में भी माधुरी की एक्टिंग की खूब तारीफ की गई।
माधुरी का फिल्मी सफर अभी भी जारी है। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।