हिन्दू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्त्व बताया गया है। सावन के महीने में मुख्य रूप से भगवान् शिव की पूजा अर्चना करके भक्त जन मनोकामनाओं की पूर्ती करते हैं। सावन महीने के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि के रूप में मनाया होता है जिसका विशेष महत्त्व है। सावन में आने वाली इस शिवरात्रि का वैवाहिक जीवन के लिए बहुत अधिक महत्त्व बताया गया है। साथ ही, यदि विवाह में अड़चनें आ यही हों तोइस दिन अपने गए कुछ उपायों से सभी बाधाओं को दूर किया जा सकता है। कई बार ऐसा होता है कि हमारी कुंडली में दोष होने के कारण शादी विवाह में देरी हो जाती है या फिर बने बनाए रिश्ते टूट जाते हैं, कई सारी अड़चने भी आने लगती है। ऐसे में जातक के माता पिता काफी चिंतित हो जाते हैं। इस लेख में <strong>जानी मानी एस्ट्रोलॉजर और वास्तु स्पेशलिस्ट डॉ आरती दहिया जी</strong> राशि के अनुसार कुछ ऐसे समाधान बता रही हैं जिन्हें सावन महीने की शिवरात्रि के दिन आजमाकर विवाह में लगातार आने वाली बाधाओं से मुक्ति पाई जा सकती है। <img src="//images.herzindagi.info/image/2021/Aug/aarti-dahiya-quite.jpg" alt="aarti dahiya quite" />
मेष राशि वाले जातक यदि अपनी कुंडली में चल रहे विवाह दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें सावन शिवरात्रि वाले दिन शिवालय पर जाकर भगवान शिव और माता गौरी पर गुड़ वाले चावल चढ़ाने होंगे और उसका सेवन प्रसाद के रूप में करना होगा, ऐसा करने से विवाह दोष दूर होगा।
मकर राशि वाले जातक यदि भगवान शिव और पार्वती को चावल की बनी खीर सावन शिवरात्रि से 11 दिन लगातार भोग लगाएंगे और उसके उपरांत खुद भी खाएंगे तो अत्यधिक लाभ की प्राप्ति होगी ।
कुंभ राशि के जातक यदि सावन शिवरात्रि के दिन किसी शिवालय में लाल ग़लीचा दान करें तो निश्चित रूप से विवाह में आ रहे विलंभ दूर होंगे।
मीन राशि वालों को मंगलवार के दिन माता गौरी को लाल सिंदूर चढ़ाना चाहिए और बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाना चाहिए निश्चित ही लाभ की प्राप्ति होगी।
यहां बताए गए सभी उपाय राशियों के अनुसार विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकते हैं। इसलिए इनका पालन अवश्य करें और विवाह के क्षेत्र में आने वाली अड़चनों से छुटकारा पाएं।
वृषभ राशि वाले जातकों के विवाह में यदि देरी हो रही है या किसी प्रकार की अड़चने आ रही हैं तो सावन शिवरात्रि के दिन शिवालय पर भगवान शंकर और माता गौरी पर पीपल के 11 पत्ते लाल चंदन लगाकर चढ़ाएं और उसमें से चढ़ा पीपल का एक पत्ता अपने पास रखें ऐसा करने से विवाह संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
मिथुन राशि के जातकों को शिवालय में भगवान शिव और माता गौरी पर रबड़ी जलेबी चढ़ाकर उसको छोटे बच्चों में बांट देना चाहिए। ऐसा करने से विवाह में आ रही हर प्रकार की अड़चनें खत्म हो जाएंगी।
कर्क राशि वाले जातकों को पीपल के 108 पत्तों पर सिंदूर लगाकर उसको लाल मौली में पिरोना है और सावन शिवरात्रि के दिन मां मंगला गौरी को चढ़ाना है। ऐसा करने से विवाह के योग शीघ्र खुल जाएंगे।
सिंह राशि वालों को माता देवी मंगला गौरी पर लाल चुनरी,लाल चूड़ियाँ,लाल बिंदी ,लाल सिंदूर और लाल धागा चढ़ाना होगा ऐसा करने से उन्हें विवाह में देरी संबंधित सभी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
कन्या राशि वाले जातकों को सावन की शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता गौरा को शहद चढ़ाना होगा। विवाह संबंधित सभी परेशानियो से मुक्ति मिलेगी।
इन जातकों को विशेष रूप से विवाह में आ रही अड़चनो से छुटकारा पाने के लिए माता गौरा को चांदी का छत्र और चांदी की बिछिया चढ़ानी होंगी।
वृश्चिक राशि वाले जातकों को विवाह की अड़चनो को दूर करने के लिए सावन शिवरात्रि के दिन से रोज़ शाम के समय शिवालय पर जा कर चमेली के तेल का दीपक जलाएं और सफ़ेद पुष्प अर्पित करें शीघ्र ही लाभ की प्राप्ति होगी।
धनु राशि वाले जातकों को सावन शिव रात्रि से शुरू करके नियमित रूप से मंगला गौरी का पाठ करना चाहिए इससे इनके विवाह में चल रही सभी बाधाएं दूर होंगी।