घूमने तो सब जाते हैं लेकिन सोलो ट्रैवलिंग में कम लोग ही घूमने जाते हैं। जबकि सोलो ट्रेवलिंग हर किसी को अपने लाइफ में एक बार जरूर करना चाहिए। खासकर तो लड़कियां शायद ही काफी सोलो ट्रैवलिंग पर जाती हैं। एक तो उनकी सेफ्टी की फिक्र रहती है और दूसरा उन्हें हाइज़ीन की फिक्र रहती है। इसलिए बहुत कम लड़कियां ही सोलो ट्रैवलिंग में निकल पाती हैं। जबकि खुद को जानने के लिए हर लड़की को अपनी जिंदगी में एक बार जरूर सोलो ट्रैवलिंग करनी चाहिए।
सोलो ट्रेवलर सुजल पटवर्धन ने इसके बारे में विस्तार से बता रही हैं कि क्यों हर लड़की को सोलो ट्रैवलिंग करनी चाहिए?
स्वयं को जानना
सोलो ट्रैवलिंग के द्वारा स्वयं को जानना का मौका मिलता है। सोलो ट्रैवलिंग में हर काम अपने आप करना पड़ता है जिसके कारण आपको मालूम चलता है कि आप कौन सा काम करने में सक्षम हैं और कौन सा काम नहीं हैं।
होता है आजादी का अहसास
सोलो ट्रैवलिंग में आपके पास अपनी आजादी होती है। जब आप ग्रूप में या फैमिली के साथ होते हैं तो ट्रैवलिंग के दौरान भी इन लोगों की रोक-टोक सुनने को मिलती है। सोलो ट्रैवलिंग में आपको रोकने-टोकने वाला कोई नहीं होता है और आप आजाद होती हैं।
ऐसी ही कई बातें और जिम्मेदारियों का एहसास हमें सोलो ट्रैवलिंग के दौरान होता है जो हमें अपने जानने वाले के साथ ट्रैवलिंग के दौरान कभी नहीं होता है। इन सारे फायदों के लिए आज ही बैग पैक करें और जाएं सोलो ट्रेवल पर। अन्य फायदों के लिए ये वीडियो देखें।